जमकर बरसे मेघ, डूब गया शहर
जागरण संवाददाता, जींद : रविवार रात से जारी बरसात सोमवार दोपहर तक जारी रहा। सोमवार सुब
जागरण संवाददाता, जींद : रविवार रात से जारी बरसात सोमवार दोपहर तक जारी रहा। सोमवार सुबह लगभग 12 बजे बरसात का दौर जारी रहा। दोपहर को कुछ देर के लिए हल्की धूप निकली, लेकिन उसके बाद फिर से आसमान में काले बादल छा गए। जींद, नरवाना, अलेवा में मुख्य मार्गों के अलावा कालोनियां जलमग्न हो गई। कालवा गांव में एक मकान पर अल सुबह आसमानी बिजली गिर गई, जो चांद नामक व्यक्ति के घर पर गिरी, जिससे बिजली के उपकरण जल गए। बारिश ने जहां धान की खेती करने वाले किसानों के चेहरे खिले-खिले नजर आए, वहीं किसानों के मुताबिक कपास व बाजरे की फसल के लिए बरसात नुकसानदायक साबित होगी। बरसात के चलते शहर तथा आसपास के क्षेत्र में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। पटियाला चौक, रानी तालाब रोड, एसडी स्कूल, बाल भवन रोड, सफीदों रोड, गोहाना रोड आदि मुख्य मार्गो पर पानी जमा हो गया। इसके अलावा पटेल नगर, संतनगर, हकीकत, नगर, स्कीम नंबर 5, 6, 19, विवेकानंद नगर, हाउ¨सग बोर्ड, अर्बन एस्टेट, डिफेंस कालोनी आदि कालोनियों में पानी जमा हो गया। कई निचली कालोनियों में तो घरों में पानी घुस गया। सोमवार का दिन होने के कारण विद्यार्थियों को स्कूल, कॉलेज तथा कामकाजी लोगों को दफ्तरों में पहुंचने में दिक्कत हुई।
सड़कें हुई लबालब
अलेवा : क्षेत्र में रविवार रात तथा सोमवार सुबह तेज हवा के साथ शुरू हुई बारिश का सिलसिला दिनभर चलता रहा। आसमान पर काले बदरा छाए रहने के कारण दिन में भी अंधेरा छाया रहा। क्षेत्र में हुई तेज बारिश से जहां किसानों की मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली, वहीं नगूरां गांव में बरसात ने बंद नालों के रूप में सड़कों के पानी के लबालब के रूप में जिला प्रशासन की व्यवस्था की पोल की खोलने का काम किया है। गंदे पानी के नाले ओवरफ्लो होने के कारण बरसात का पानी सड़क पर आन डटा है।
किसान खुश, शहरवासी परेशान
नरवाना : तेज बरसात से किसानों के चेहरे खिल गए हैं, क्योंकि उनको धान की फसल के लिए एक सिंचाई की आवश्यकता थी, जो इंद्र देवता ने पूरी कर दी। सुबह से हो रही बारिश ने उनकी जरूरत को पूरा कर दिया। वहीं शहर में बारिश से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई कालोनियां नीची होने के कारण घरों में पानी घुस गया। सामान्य बस स्टैंड पर पानी की निकासी के लिए बनाया गया बूस्टर भी नाकाफी साबित हो रहा है, क्योंकि स्टैंड के अंदर बारिश होने से पानी खड़ा हो गया।