बैंक में कैश नहीं देने पर बिफरे ग्रामीण
संवाद सूत्र, जुलाना : कैश नहीं मिलने से बिफरे लोगों ने शामलो कलां गांव में पीएनबी के बाहर
संवाद सूत्र, जुलाना : कैश नहीं मिलने से बिफरे लोगों ने शामलो कलां गांव में पीएनबी के बाहर जमकर बवाल काटा और सुबह बैंक का ताला नहीं खोलने दिया। लगभग एक घंटे तक कर्मी कड़ाके की ठंड में बाहर खड़े रहे। सूचना मिलने पर जुलाना थाना प्रभारी रोहताश ¨सह ढुल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को आश्वासन देकर बैंक खुलवाया।
ग्रामीणों का आरोप है कि आरबीआइ की गाइड लाइन के अनुसार 24 हजार रुपये कैश देने के बजाय बैंक अधिकारी सप्ताह में केवल दो हजार रुपये ही दे रहे हैं। सोमवार को सुबह कड़ाके की ठंड में उपभोक्ता पीएनबी की शामलो कलां शाखा के बाहर कतार बनाकर बैठ गए। करीब 10 बजे जब कर्मचारी बैंक खोलने के लिए पहुंचे, तो ग्रामीणों ने बैंक का ताला नहीं खोलने दिया और सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। सूचना जुलाना पुलिस को दी गई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अल-सुबह बैंक की लाइन में लगते हैं, जब उनका नंबर आता है तो कर्मचारी कहते है कि कैश समाप्त हो गया है। उन्होंने कहा कि दो हजार रुपये के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। बैंक कर्मी अपने चेहतों को अधिक रुपये दे देते हैं। सूचना पाकर जुलाना थाना प्रभारी रोहताश ¨सह ढुल मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को बातचीत कर शाखा का ताला खोलने दिया। थाना प्रभारी ने लोगों की लाइन बनवाकर उन्होंने चार-चार हजार रुपये के बाउचर दिए, तब जाकर लोग शांत हुए।
सात गांव का एक है बैंक
शामलो कलां पीएनबी शाखा पर शामलो कलां, रामकली, गोसाई खेड़ा, खिमा खेड़ी, शामलो खुर्द, ढिगाना व पड़ाना गांव सात गांव निर्भर हैं। बुजुर्गो की बुढ़ापा पेंशन भी इसी बैंक से मिल रही है। बैंक में व्यवस्था बनाए रखने के लिए ग्रामीणों ने ही अपने स्तर पर कैश लेने के लिए सभी गांवों के लिए सप्ताह में एक-एक दिन निर्धारित किया हुआ है। व्यवस्था के अनुसार एक दिन एक गांव के ही लोग बैंक से रुपये लेने आते हैं।
बैंक का ताला नहीं खोलने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी और आश्वासन देकर ताला खुलवाया। इसके बाद कर्मचारी बैंक के अंदर चले गए और कामकाज शुरू किया। लोगों को चार-चार हजार रुपये दिलवाए गए।
--- रोहताश ¨सह ढुल, जुलाना थाना प्रभारी।