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पूर्व कैबिनेट मंत्री बृजमोहन ¨सगला का निधन

जागरण संवाददाता, जींद : पूर्व मंत्री बृजमोहन ¨सगला का बृहस्पतिवार देर रात निधन हो गया। जींद से दो बा

By Edited By: Published: Fri, 27 May 2016 06:11 PM (IST)Updated: Fri, 27 May 2016 06:11 PM (IST)
पूर्व कैबिनेट मंत्री बृजमोहन ¨सगला का निधन

जागरण संवाददाता, जींद : पूर्व मंत्री बृजमोहन ¨सगला का बृहस्पतिवार देर रात निधन हो गया। जींद से दो बार विधायक चुने गए और तीन-तीन मुख्यमंत्रियों के साथ मंत्री के तौर पर काम कर चुके बृजमोहन ¨सगला को हरियाणा में सरकार बनाने और बिगाड़ने में महारत हासिल थी।

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¨सगला पहली बार 1982 में जींद विधानसभा क्षेत्र से लोकदल की टिकट पर विधायक चुने गए थे। उन्होंने तत्कालीन भजनलाल सरकार में मंत्री मांगेराम गुप्ता को 145 वोट के अंतर से पराजित किया था। बाद में जब प्रदेश में सरकार बनाने की बात आई तो बृजमोहन ¨सगला अपने कई साथियों के साथ लोकदल छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वह भजनलाल सरकार में महज 32 साल की उम्र में आबकारी एवं कराधान विभाग के कैबिनेट मंत्री बने। दूसरी बार बृजमोहन ¨सगला 1996 में हविपा की टिकट पर जींद से विधायक चुने गए थे। उन्होंने तत्कालीन भजनलाल सरकार में वित्त मंत्री मांगेराम गुप्ता को लगभग 19 हजार मतों से पराजित किया था। वह बंसीलाल सरकार में स्वास्थ्य मंत्री, श्रम एवं रोजगार मंत्री तथा आइटीआइ विभाग के मंत्री रहे थे। मंत्री रहते उनकी तत्कालीन मुख्यमंत्री बंसीलाल से राजनीतिक दुश्मनी हो गई थी और उन्होंने बंसीलाल सरकार को गिराकर उसके बाद 1999 में ओमप्रकाश चौटाला के नेतृत्व में इनेलो की सरकार बनवाने में बेहद अहम भूमिका निभाई थी। बंसीलाल सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए सिंगला ने यह तक कह दिया था कि सरकार को गिराने के लिए अगर उन्हें मानव बम बनना पड़ा तो वह इससे भी नहीं चूकेंगे। उनकी इस जंग में तत्कालीन हविपा विधायक और अब भाजपा सरकार में लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर ¨सह, कृष्णा गहलावत, धर्मबीर यादव आदि ने उनका खूब साथ दिया था। 1999 में प्रदेश में हुए सत्ता परिवर्तन में बृजमोहन ¨सगला की सबसे अहम भूमिका रही थी। वह ओमप्रकाश चौटाला सरकार में उद्योग मंत्री भी रहे थे।

जींद के विकास में भी बृजमोहन ¨सगला की अहम भूमिका रही थी। उन्होंने आइटीआइ मंत्री रहते जींद के सैकड़ों लोगों को इस विभाग में रोजगार देने के साथ-साथ जींद जिले में आइटीआइ और वीईआइ का बड़े स्तर पर विस्तार किया था। हांसी रोड पर जन स्वास्थ्य विभाग के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की योजना में भी उनकी अहम भूमिका थी। 1998 में पहली बार जींद के लिए बाईपास की योजना को भी उन्होंने तत्कालीन बंसीलाल सरकार से मंजूर करवाया था। जींद विधानसभा क्षेत्र के बरसोला, कंडेला जैसे गांवों के लोग उन्हें आज भी उस मंत्री के रूप में याद करते हैं, जिन्होंने उनके प्यासे खेतों को नहरी पानी दिलवाने का काम किया था।

उनके निधन पर हरियाणा के लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर ¨सह, कलायत के विधायक जयप्रकाश उर्फ जेपी, पूर्व मंत्री रामकिशन बैरागी, कुलबीर मलिक, सतपाल सांगवान आदि ने गहरा शोक व्यक्त किया। शुक्रवार को उनका जींद में अंतिम संस्कार किया। उनकी अंतिम विदाई में हजारों लोग शामिल हुए।


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