सीएम ¨वडो को हकीकत का आईना दिखा रहे अधिकारी
सुशील टुर्ण, जींद जिले में सीएम विंडो को खुले लगभग एक वर्ष चुका है। सीएम ¨वडो पर शिकायत देने के
सुशील टुर्ण, जींद
जिले में सीएम विंडो को खुले लगभग एक वर्ष चुका है। सीएम ¨वडो पर शिकायत देने के बाद शिकायतकर्ता को उम्मीद होती है कि जल्द ही उसकी समस्या का समाधान हो जाएगा, लेकिन उसकी शिकायतों का समाधान नहीं होता है।
विकास एवं पंचायत विभाग से संबंधित जिले में पें¨डग शिकायतों का शतक पूरा होने से महज तीन कदम दूर खड़े हैं। जिले के लघु सचिवालय में सीएम ¨वडो पर शिकायतकर्ताओं की लंबी लाइन इस उम्मीद से लगती है कि सीएम ¨वडो पर जल्द ही समस्याओं का समाधान होगा। लोगों की इस सोच को जिले की पंचायत विभाग के अधिकारियों ने धूमिल कर दिया है। जून, 2015 से अब तक पंचायत विभाग की 97 शिकायतें पंचायती विभाग की फाइलों में निर्णय होने के इंतजार में दबी हुई है। जिला पंचायती विभाग के अलावा खंड स्तर के अधिकारियों के खिलाफ भी शिकायतों का भंडार लगा हुआ है। जिला अधिकारी के बाद खंड अधिकारियों के खिलाफ भी शिकायतों के मामले कम नहीं है। इनके अतिरिक्त और भी कई विभाग ऐसे है जहां पर सीएम ¨वडो की और से आई शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।
अधिकारियों की इस कार्यप्रणाली को देखते हुए लोगों का सीएम ¨वडों से भी विश्वास उठ गया है, क्योंकि महीनों तक लंबी प्रकिया चलने के बावजूद जिले के अधिकारी इन शिकायतों को विभागीय कार्रवाई करने में नजरअंदाज कर देते हैं। उससे शिकायतकर्ताओं को बड़ी परेशानी होती है। सीएम ¨वडो में इसी तरह मामले लंबित रहेंगे, तो इसका फायदा शिकायतकर्ताओं को नहीं मिल सकता। अधिकारियों की लापरवाही के कारण सरकार की और से जनता को दी जाने वाली सेवाओं का दुरुपयोग होता है।
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सीएम ¨वडो की स्थापना को लगभग एक वर्ष पूरा हो चुका है, जिसमें लोगों की हजारों शिकायतों का निपटारा भी किया गया, लेकिन कुछ ही अधिकारियों की लापरवाही के कारण शिकायत समाधान के मामले लंबित होते है। जिले के शिकायत समाधान केंद्र में अब तक 2232 शिकायतें आई है जिनमें से 1714 शिकायतों का समाधान किया गया।
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पंचायत विभाग के अतिरिक्त किस अधिकारी की कितनी पेंडिंग पंचायती विभाग के अतिरिक्त जिले में और भी कई विभाग ऐसे है जिनकी कई शिकायतें कई माह से पेंडिंग है, इनमें ईओएमसी की 29, एसपी 26,एसडीओ सिविल नरवाना 24,तहसीलदार जींद 22 की शिकायतें पेंडिंग है। इसी प्रकार जिले में 488 शिकायतें समाधान के इंतजार में अधिकारियों के कार्यालय में बंद है।