योग और प्राणायाम से शरीर रहता रोग मुक्त
जागरण संवाददाता, जींद : योग और प्राणायाम से असाध्य रोगों का भी इलाज संभव है। भाग-दौड़ की इस ¨जदगी में
जागरण संवाददाता, जींद : योग और प्राणायाम से असाध्य रोगों का भी इलाज संभव है। भाग-दौड़ की इस ¨जदगी में अगर मनुष्य योग को अपना ले तो शरीर को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से पूरी तरह से मुक्त रखा जा सकता है। ये बातें जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी सूबे ¨सह ने कही। वे बृहस्पतिवार को अर्जुन स्टेडियम में आयोजित योग शिविर के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे।
आयुष विभाग तथा जिला पतंजलि योग समिति द्वारा आठ दिवसीय योग शिविर लगाया जा रहा है। आज योग शिविर का चौथा दिन था। जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी ने प्रात:कालीन सत्र का शुभारंभ भगवान धन्वंतरि की तस्वीर के सम्मुख ज्योति प्रज्वलित कर किया। योग और प्राणायाम से सतत प्रयास से शरीर को पूरी तरह रोग मुक्त रखा जा सकता है। पूरी दुनिया ने योग व प्राणायाम के महत्व को स्वीकार किया है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूएनओ में दुनिया के देशों में योग के बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि भारत योग व प्राणायाम को शुरू करने वाला देश है। देश के ऋषि मुनियों और तपस्वियों ने इस विधा के तहत्व को समझा और इसका जनमानस तक प्रचार प्रसार किया। 26 जून का दिन योग दिवस के रूप में स्वीकार किया गया है। उन्होंने कहा कि आज टीवी, अधरंग, कैंसर जैसे असाध्य रोगों का इलाज भी योग से संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि हमे अपने शरीर के प्रति सचेत रहना चाहिए। प्रात:काल की अमृत वेला में वातावरण शांत होता है, ऐसे में योग व प्राणायाम करने से मनुष्य मन में शांति आती है और इसका हमारे स्वास्थ्य पर सीधा प्रभाव पड़ता है। इस प्रकार योग क्रियाओं से मनुष्य शरीर व्याधियों से मुक्त रहता है और मन की शुद्धि होती है। आयुष विभाग के डॉ. अजीत ¨सह ने शिविर में योगाभ्यास कर रहे लोगों को बताया कि विभाग द्वारा आठ दिन का कार्यक्रम तैयार किया गया है। हर रोज सुबह छह से आठ बजे तक योग सत्र चलता है। प्रतिदिन एक अधिकारी अथवा जनप्रतिनिधि द्वारा शिविर का उद्घाटन किया जा रहा है। इन शिविरों में लोगों की हाजिरी निरंतर बढ़ रही है। ये शिविर 29 नवंबर तक चलेंगे। शिविर में योग साधकों को वेद प्रकाश आर्य और प्रमोद ने हलासन, मंडूक आसन, मरकट आसन, वस्तिका प्राणायाम का अभ्यास करवाया।