छात्राएं डरे नहीं बल्कि डट कर करें सामना : गीता
संवाद सूत्र, उचाना : छातर के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में बालिका मंच एवं महिला सशक्तीकर
संवाद सूत्र, उचाना : छातर के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में बालिका मंच एवं महिला सशक्तीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता प्राचार्य ओमप्रकाश ने की। कार्यशाला में रोल मॉडल के रूप में गीता देवी आत्मरक्षा प्रशिक्षक ने हिस्सा लिया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं का सर्वागीण विकास करना था। गीता देवी ने कहा कि लड़कियों को चाहिए कि उन्हें किसी भी तरह की होने वाली उनके साथ घटनाओं के बाद उनसे डरना नहीं चाहिए, बल्कि उनका डटकर विरोध करना चाहिए। सबसे पहले नारी के अंदर आत्मविश्वास होना चाहिए। आत्मविश्वास होने के बाद हर घटना का डटकर विरोध कर सकती है। लड़कियों को चाहिए कि वो आत्मरक्षा के लिए जूड़ो-कराटे सहित अन्य ट्रे¨नग ले। किसी भी तरह की होने वाली घटना के बाद स्कूल, परिवार वालों को अवश्य बताए। प्राचार्य ओमप्रकाश कि बिना बेटी के समाज की कल्पना करना डरावने सपने की तरह है। बेटी है तो समाज में रिश्ते-नाते हैं। बेटियों को भी बेटों की तरह अभिभावक अधिकार दे। नारी शिक्षित होगी तो वह एक परिवार को नहीं दो परिवारों को फायदा पहुंचाएगी।
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लक्ष्य निर्धारित करें, मंजिल दूर नहीं होगी
जींद : राजकीय उच्च विद्यालय करसोला में एसएसए के सौजन्य से बालिका मंच द्वारा मन की बात कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेता मंजू ढिगाणा ने शिरकत की जबकि मुख्याध्यापक सतबीर ¨सहरोहा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। मास्टर ट्रेनर के रूप में सुशीला नैन, श्रीभगवान शास्त्री, रीटा देवी, सुभाष ढिगाणा, जिले ¨सह ने भाग लिया। मुख्याध्यापक सतबीर ¨सहरोहा ने कहा कि मंजू ढिगाणा ने समाजसेवा के क्षेत्र में राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करके गांव व जिले का नाम रोशन करके अपनी पहचान बनाई है, इसलिए शिक्षा विभाग द्वारा इनको रोल माडल के रूप में स्कूलों में भेजा गया है ताकि लड़कियां इनसे प्रेरणा लेकर सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेकर अपने व्यक्तित्व को निखारें। मंजू ढिगाणा ने कहा कि अगर लड़कियां खुद पर विश्वास कर दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ कोई भी लक्ष्य निर्धारित करें तो उनके लिए कामयाबी की कोई मंजिल दूर नहीं है।