लापरवाही बरतने पर तीन पुलिसकर्मियों पर मामला दर्ज
जागरण संवाददाता, जींद : बस अड्डा से पुलिस हिरासत से फरार हुए गिरोहबंदी के सजायाफ्ता कैदी के मामले मे
जागरण संवाददाता, जींद : बस अड्डा से पुलिस हिरासत से फरार हुए गिरोहबंदी के सजायाफ्ता कैदी के मामले में शहर थाना पुलिस ने कैथल पुलिस के गार्द इंचार्ज एएसआइ समेत तीन पुलिसकर्मियों पर ड्यूटी में लापरवाही बरतने व फरार कैदी पर पुलिस हिरासत से फरार होने का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने गार्द इंचार्ज को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से अदालत ने जमानत पर रिहा कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बहादुरगढ़ के गांव साखौल निवासी र¨वद्र उर्फ रवि को गिरोह बंदी के मामले में सात साल की सजा हुई थी और वह कैथल जेल में बंद था। बीमार होने पर गत 21 सितंबर को र¨वद्र को पीजीआइ रोहतक में भर्ती करया गया था। 2 अक्टूबर को पीजीआइ से डिस्चार्ज किए जाने के बाद कैथल पुलिस के एएसआइ शमशेर ¨सह के नेतृत्व में सिपाही आजाद तथा हरीश कुमार कैदी र¨वद्र को वापस कैथल जेल ले जा रहे थे। जींद बस अड्डे से कैदी र¨वद्र चकमा देकर पुलिस हिरासत से फरार हो गया। रातभर पुलिस ने र¨वद्र की तलाश में सर्च अभियान चलाया लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। शहर थाना पुलिस ने सीआईए टू कैथल के सब इंस्पेक्टर सत्यवान की शिकायत पर गार्द इंचार्ज एएसआई शमशेर, सिपाही आजाद, हरीश कुमार तथा फरार कैदी र¨वद्र के खिलाफ डयूटी में लापरवाही बरतने तथा पुलिस हिरासत से फरार होने का मामला दर्ज कर एएसआइ शमशेर को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। जहां से अदालत ने एएसआई शमशेर को जमानत पर रिहा कर दिया।
डीएसपी दिनेश यादव ने बताया कि गार्द में शामिल पुलिसकर्मियों की लापरवाही के कारण कैदी हिरासत से फरार हुआ है। गार्द इंचार्ज एएसआइ समेत पुलिसकर्मियों व फरार कैदी के खिलाफ मामला दर्ज कर गार्द इंचार्ज को गिरफ्तार कर लिया गया। घटना के दौरान गार्द में शामिल दोनों पुलिसकर्मी फरलो पर घर निकल गए थे।