सामाजिक जागरूकता के लिए युवाओं को मुहिम में किया जाएगा शामिल : ढिलोड़
संवाद सूत्र, नरवाना : हरियाणा वाल्मीकि महासभा की केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक मुख्य संगठन सचिव सत्यव
संवाद सूत्र, नरवाना : हरियाणा वाल्मीकि महासभा की केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक मुख्य संगठन सचिव सत्यवान ढिलोड़ की अध्यक्षता में रविवार को निजी होटल में हुई। बैठक में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पास किया गया कि सभा से जुड़े जो सदस्य विभिन्न राजनीतिक दलों की राजनीति कर रहे हैं तथा जो निष्क्रिय हैं, उन्हें केंद्रीय कार्यकारिणी से बाहर किया जाए।
इसके अलावा बैठक में महासभा को नए सिरे से सुसंगठित करने व भावी रणनीति बनाने पर भी विचार किया गया। इस बैठक में वाल्मीकि समाज में शिक्षा के गिरते स्तर पर गहरी ¨चता व्यक्त की गई। उन्होंने कहा कि संगठन में सामाजिक जागरूकता पैदा करने के लिए अधिक से अधिक युवाओं को इस मुहिम में शामिल करने की जरूरत है। मुख्य संगठन सचिव ने हरियाणा सरकार से शिक्षण संस्थानों में बाल्मीकि समाज के युवाओं को दाखिले में विशेष आरक्षण की मांग की। उन्होंने कहा कि दलितों के आरक्षण को समाप्त करने के लिए कुछ लोग बड़े ही सुनियोजित तरीके से समाज में माहौल खराब करने का काम कर रहे हैं। मगर वाल्मीकि समाज संगठित होकर उनकी इस मंशा को कभी पूरी नहीं होने देगा।
महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष राकेश बहादुर ने कहा कि हरियाणा वाल्मीकि महासभा जाति आधारित आरक्षण का समर्थन करती है। उन्होंने कहा दलित समाज के साथ सदियों से छुआछूत व असमानता का भेदभाव होता आया है। जो आज भी जारी है। समाज में आरक्षण का विरोध सामंती मानसिकता के लोग ही कर रहे हैं, जिन्होंने हमेशा ही दलित समाज के साथ भेदभाव किया है। राकेश बहादुर ने आरक्षण का विरोध करने वालों को चेताते हुए कहा कि जो लोग आरक्षण का विरोध कर रहे हैं, सबसे पहले उन्हें दलितों के प्रति अपनी मानसिकता बदलनी होगी। उन्होंने कहा कि जब भी देश में जातीय भेदभाव और असमानता समाप्त हो जाएगी, उसी समय वाल्मीकि समाज के लोग स्वयं ही आरक्षण लेना छोड़ देंगे महासभा के उपाध्यक्ष सुरेश कलौदा ने हरियाणा सरकार से मांग करते हुए कहा कि वाल्मीकि समाज के लोगों को बीपीएल में शामिल किया जाए। इसके अतिरिक्त हुसन लाल यमुनानगर, डॉ. बलजीत, दलीप कंडारा, विशाल, रलदू राम, मदन सैंथली, दिलबाग लौन, दीपक कुमार, अश्वनी सौदा ने भी अपने विचार रखे।