हवन, भंडारे एवं शिवघोष से हुआ रुद्राभिषेक का समापन
जागरण संवाददाता, जींद : पिछले एक मास से निरंतर चले आ रहे रुद्राभिषेक का आज प्राचीन एवं ऐतिहासिक मां
जागरण संवाददाता, जींद : पिछले एक मास से निरंतर चले आ रहे रुद्राभिषेक का आज प्राचीन एवं ऐतिहासिक मां जयंती की सिद्धपीठ श्री जयंती देवी मंदिर जींद के प्रांगण में शिवघोष एवं जयकारों के बीच संपन्न हो गया। इस अवसर पर हवन एवं भंडारे का आयोजन किया गया।
शिव भक्तों ने भगवान के चरणों में मंगल वचनों से प्रभु की स्तुति, प्रार्थना व अर्चना करते हुए दूध, दही, घी शहद, खांड, बेलपत्र, भांग व घतूरा, गन्ने का रस, नारियल व प्रसाद आदि अर्पण किए तथा पूरे राष्ट्र की सुख: एवं समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर पंडित गंगादत्त, वेद पटवारी, डॉ. कपिल, विशाल कामरा, डॉ. दिनेश, बाबूराम सैनी सचिव, गोगा माड़ी अपने सहयोगियों के साथ विशेष तौर पर पहुंचे थे। उल्लेखनीय है कि पूरे श्रावण मास के दौरान मन्दिर प्रांगण में रुद्राभिषेक हो रहा था। पंडित नवीन शास्त्री ने इस अवसर पर बताया कि श्रावण मास में भगवान शिव के अभिषेक का विशेष महत्व है। भगवान शिव के पूजन से वे शीघ्र प्रसन्न होते हैं एवं अपने भक्तों की सभी मनोकामना पूरी करते हैं। इससे पूर्व प्रात:काल में जवाहर लाल नेहरू स्कूल से आई हुई 151 कन्याओं का पूजन एवं शहर के गणमान्य लोगों की उपस्थित में सुरेश छात्तर वालों ने भंडारे का आयोजन किया।