थ्रोबॉल में सोनिया ने जीता गोल्ड मेडल
संवाद सहयोगी, अलेवा : चुहड़पुर गांव की लाडली सोनिया नरवाल ने आर्य कॉलेज के स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में
संवाद सहयोगी, अलेवा : चुहड़पुर गांव की लाडली सोनिया नरवाल ने आर्य कॉलेज के स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में थ्रोबॉल संघ हरियाणा व जिला थ्रोबॉल संघ पानीपत की ओर से 27 से 29 मार्च तक आयोजित तीन दिवसीय 23वीं सब जूनियर एवं 19वीं फेडरेशन कप नेशनल थ्रोबॉल चैंपियनशिप में आर्य कालेज पानीपत की तरफ से खेलते हुए गोल्ड मेडल जीतकर गाव व देश का नाम रोशन किया है।
सोनिया ने लड़कियों की हरियाणा की टीम में आर्य कालेज पानीपत की तरफ से खेलते हुए गोल्ड मेडल जीतने पर जहां गांव में खुशी का माहौल है, वहीं लड़की के माता-पिता खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। सोनिया ने बताया कि आर्य कालेज के स्पोर्ट्स काम्पलेक्स में थ्रोबॉल संघ हरियाणा व जिला थ्रोबॉल संघ पानीपत द्वारा 27 मार्च से 29 मार्च तक आयोजित तीन दिवसीय 23वीं सब जूनियर एवं 19वीं फेडरेशन कप नेशनल थ्रोबॉल चैंपियनशिप में हरियाणा की लड़कियों की टीम प्रथम स्थान पर रही। उन्होंने कहा कि हरियाणा ने छत्तीसगढ, आंध्रप्रदेश व झारखंड को हराकर प्रथम स्थान प्राप्त किया। आर्य कॉलेज पानीपत में बीए प्रथम वर्ष की छात्रा सोनिया का कहना है कि यू तो उसकी इस उपलब्धि का श्रेय उसकी माता सुमित्रा देवी, पिता सतबीर को जाता है, जिसने समय-समय पर सहायता की व हौसला आफजाई की, लेकिन उसके भाई रोहताश से जो सहायता मिली वह उसकी सफलता में अहम है। उसके दोस्तों के सहयोग को भी कभी बुलाया नहीं जा सकता।
गांव पहुंचने पर किया जाएगा स्वागत
सोनिया के पिता सतबीर ने बताया कि उनकी होनहार बेटी द्वारा आर्य कालेज की तरफ से हरियाणा की थ्रो बॉल टीम में खेलते हुए जो मुकाम हासिल किया है, वह काबिल-ए-तारीफ है। बेटी के गोल्ड मैडल जीतने पर उनके द्वारा गांव पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत करने का काम किया जाएगा ताकि उसकी बेटी में खेलों के प्रति जो जज्बा है वह कायम रहे।
गोल्ड मेडल जितना गौरव बात : कोच
सोनिया के कोच रहे राजेश कुमार का कहना है कि उसके द्वारा तराशे खिलाडि़यों द्वारा कई बार नेशनल स्तर अच्छी पाजिशन प्राप्त हुई है, लेकिन कालेज की होनहार बीए प्रथम वर्ष की छात्रा द्वारा पहली बार में नेशनल स्तर पर गोल्ड मैडल जीतना कालेज व उसके लिए गौरव की बात है। आगे भी उक्त खिलाड़ी को तराशने का काम किया जाएगा ताकि उक्त खिलाड़ी अपने गांव तथा देश के साथ-साथ कॉलेज का नाम रोशन कर सके।