एक कर्मचारी के सहो चल रहा बीडीपीओ कार्यालय
संवाद सहयोगी, अलेवा : विकास की धुरी कहे जाने वाले बीडीपीओ कार्यालय अलेवा में केवल एक मात्र कर्मचारी
संवाद सहयोगी, अलेवा : विकास की धुरी कहे जाने वाले बीडीपीओ कार्यालय अलेवा में केवल एक मात्र कर्मचारी लोगों को सुविधाएं बांटने का काम कर रहा है, लेकिन सरकार तथा जिला प्रशासन द्वारा इतने बड़े केंद्र को सुविधाओं के मामले में नजरअंदाज कर क्षेत्र के लोगों के साथ अन्याय करने का काम किया जा रहा है।
बीडीपीओ कार्यालय अलेवा में करीब छह माह पूर्व बीडीपीओ की सेवानिवृत्ति के बाद यहां पर कोई कर्मचारी रहने के लिए तैयार नहीं है। बीडीपीओ के जाने के बाद कार्यालय में दो कर्मचारियों के सहारे ही काम चलाया जा रहा था, लेकिन अब दो में से एक कर्मचारी का तबादला होने के चलते बीडीपीओ कार्यालय केवल मात्र एक कर्मचारी के सहारे रह गया है। यहीं नहीं उक्त कर्मचारी की सेवानिवृत्ति नजदीक होने के कारण उन्हें भी विभाग को लिखित में दे दिया है कि या तो उससे सेवानिवृत्त किया जाए या फिर कार्यालय में अन्य कर्मचारी भेजे जाएं।
लोग हो रहे परेशान
क्षेत्र के पवन, सतीश, बलवान, कर्मवीर, भीम ¨सह, कृष्ण लाल, दिलबाग, महेंद्र, सत्यनारायण व रामकुमार आदि ने बताया कि गांवों की पंचायतों द्वारा गांव में गली आदि के निर्माण में अधिकारियों व कर्मचारियों के पद खाली होने से परेशानी आना स्वाभाविक है। पंचायत से संबंधित कार्य कराने में आने वाली समस्या की शिकायत करने में भी बीडीपीओ का पद खाली होने से जींद एसडीएम के पास जाकर शिकायत करनी पड़ रही है। बीडीपीओ कार्यालय में पंचायती विभाग के एक बीडीपीओ, एक एसडीओ, एक एससीपीओ दो हेड क्लर्क, एक अकाउंटेंट, दो चपरासी, दो जेई व एक पद पटवारी का खाली पड़ा है। इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि बिना कर्मचारियों के कार्यालय में कैसे आमजन कार्य करा सकते हैं।
मुख्यालय को किया सूचित
इस बारे में जींद के एसडीएम वीरेंद्र ¨सह सराहवत से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की कमी के कारण लोगों की समस्या है, जल्द ही यहां पर स्टाफ की नियुक्ति करने का काम किया जाएगा और उसके बाद लोगों को किसी प्रकार की कोई समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।