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रिटायर्ड डॉक्टरों की सेवाएं लेगा स्वास्थ्य विभाग

सूची की जा रही तैयार कल होने वाली बैठक में लिया जाएगा निर्णय जागरण संवाददाता, जींद : सरकारी अस्प

By Edited By: Published: Sat, 31 Jan 2015 04:43 PM (IST)Updated: Sat, 31 Jan 2015 04:43 PM (IST)
रिटायर्ड डॉक्टरों की सेवाएं लेगा स्वास्थ्य विभाग

सूची की जा रही तैयार

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कल होने वाली बैठक में लिया जाएगा निर्णय

जागरण संवाददाता, जींद : सरकारी अस्पतालों में चल रही डॉक्टरों की कमी तथा मरीजों को स्वास्थ्य लाभ दिलाने के लिए प्रशासन ने अब बीच का रास्ता निकाला है। प्रशासन ने अब ऐसे सेवानिवृत्त डॉक्टरों की सूची तैयार करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए हैं, वह मानव सेवा हेतु अपनी सेवाएं सिविल अस्पताल में देने को तैयार हैं। आदेश मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे सेवानिवृत्त डॉक्टरों की सूची तैयार करने का काम शुरू कर दिया है। सेवानिवृत्त डॉक्टरों ने मानव सेवा के लिए सिविल अस्पताल में काम करने की हामी भर दी तो सरकार से उसकी अनुमति लेकर उनकी नियुक्तियां करवाई जाएंगी।

75 प्रतिशत से अधिक पद पड़े खाली

जींद सिविल अस्पताल में डॉक्टरों के अधिकतर पद खाली पड़े हुए हैं। अस्पताल में लगभग 43 पद डॉक्टरों के स्वीकृत हैं, लेकिन लगभग 15 से 17 डॉक्टर ही यहां तैनात हैं। इनमें से अधिकतर की पोस्टमार्टम, आपातकालीन, कोर्ट में पेशी, जेल, वीआईपी आदि में ड्यूटी लगी रहती है। इस कारण मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

रेडियोलाजिस्ट व ऑथ्रोपैडिक सर्जन पर रहेगी नजर

प्रशासन की तरफ से फिलहाल दो विशेषज्ञों पर है। इसमें रेडियोलॉजिस्ट व ऑथ्रोपैडिक सर्जन शामिल हैं। पिछले लंबे समय से नियमित रेडियोलॉजिस्ट नहीं है, जिस कारण मरीजों के अल्ट्रासाउंड नहीं हो पाते। इसके चलते लोगों को निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ता है और यहां 500 से 700 रुपये में अल्ट्रासाउंड कराने पड़ते हैं। इसी प्रकार से ऑथ्रोपैडिक सर्जन की भी अस्पताल में कमी है। इसलिए फिलहाल इन दोनों दो को भरने के लिए प्रशासन तैयारी कर रहा है।

सूची बनाने के निर्देश

फिलहाल प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग को ऐसे सेवानिवृत्त डॉक्टरों की सूची बनाने के निर्देश दिए हैं, जो मानव सेवा हेतु सिविल अस्पताल जींद में अपनी सेवाएं दे सके।

कल होगा निर्णय

आगामी दो फरवरी को कांफ्रेंस हाल लघु सचिवालय में जिला उपायुक्त स्वास्थ्य अधिकारियों, निजी अस्पताल के डॉक्टरों की मी¨टग लेंगे, जिसमें इस विषय पर चर्चा की जाएगी और जिन इच्छुक डॉक्टरों के नाम फाइनल होंगे, उन्हें सरकार के पास भेजा जाएगा ताकि उनकी नियुक्ति की कार्रवाई शुरू हो सके।

अस्पताल में डॉक्टरों की कमी बारे विभाग के उच्चाधिकारियों को बार-बार अवगत कराया जाता है। फिलहाल दो फरवरी को जिला उपायुक्त इस मसले सहित अन्य बातों को लेकर मी¨टग कर रहे हैं। उसमें सेवानिवृत्त डॉक्टरों की सूची उन्हें सौंपी जाएगी, जो अस्पताल में मानव सेवा हेतु काम करने के इच्छुक है। यदि कोई ऐसा डॉक्टर मिलता है तो उसकी नियुक्ति के लिए सरकार को लिखा जाएगा। फिलहाल रेडियोलाजिस्ट व ऑथ्रोपैडिक सर्जन की ज्यादा अस्पताल में जरूरत है।

डॉ. दीपा जाखड़, सीएमओ, जींद


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