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जिले के किसानों को मिलेगा 23 करोड़ का मुआवजा

फोटो नंबर--09 से 11-- जागरण संवाददाता, जींद : प्रदेश की भाजपा सरकार ने गत दिवस हुई कैबिनेट की बै

By Edited By: Published: Thu, 27 Nov 2014 12:04 AM (IST)Updated: Thu, 27 Nov 2014 12:04 AM (IST)
जिले के किसानों को मिलेगा 23 करोड़ का मुआवजा

फोटो नंबर--09 से 11--

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जागरण संवाददाता, जींद : प्रदेश की भाजपा सरकार ने गत दिवस हुई कैबिनेट की बैठक में भिवानी, हिसार सहित जींद जिले को सूखा ग्रस्त घोषित कर 123 करोड़ रुपये की राशि जारी करने की घोषणा की। सूखा ग्रस्त किसानों को चार हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा। जिले में कुल 57 हजार 504 एकड़ में जीरी, कपास व अन्य फसलें सूखे की चपेट में आई थी। जिले के किसानों को लगभग 23 करोड़ 16 हजार रुपये का मुआवजा सरकार देगी।

अबकी बार खरीफ सीजन के दौरान बरसात बहुत कम हुई थी। बरसात नहीं होने के कारण किसानों की जीरी, कपास के अलावा अन्य फसलें सूख गई थी। इसके चलते किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था। किसानों ने सरकार से विशेष गिरदावरी कराने की मांग की थी। इस पर सरकार ने संबंधित उपमंडल अधिकारी नागरिक, तहसीलदार, उप तहसीलदार की देखरेख में स्पेशल गिरदावरी भी कराई गई। इसमें कुल 57 हजार 504 एकड़ रकबा ¨सचित सूखा ग्रस्त पाया गया। सूखा ग्रस्त का सबसे अधिक प्रभाव जींद तहसील पर पड़ा है। जींद तहसील में 51 से 100 प्रतिशत में जीरी व कपास का कुल एरिया 39 हजार 468 एकड़ जबकि अन्य फसल 2140 एकड़ एरिया शामिल है। इसी प्रकार से सफीदों तहसील में जीरी व कपास का सूखा ग्रस्त एरिया 3040 एकड़ तथा अन्य फसल का एरिया 203 प्रति एकड़ है। इसके अलावा जुलाना तहसील में जीरी व कपास का एरिया 12653 एकड़ शामिल है। जिले में जीरी व कपास का कुल सूखा ग्रस्त एरिया 55161 एकड़ तथा अन्य फसलों का सूखा ग्रस्त एरिया 2343 एकड़ हैं।

इसी माह भेजी रिपोर्ट

जिले की सूखा ग्रस्त रिपोर्ट को इसी माह में जिला कलेक्टर की तरफ से राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग चंडीगढ़ अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं वित्तायुक्त हरियाणा सरकार को भेजी गई है। इसी रिपोर्ट के आधार पर ही सरकार ने मुआवजा राशि का ऐलान किया है। इसमें कुल 55161 एकड़ जीरी व कपास तथा 2343 एकड़ अन्य फसलों की रिपोर्ट भेजी गई है।

एक ही कैटेगरी से मिलेगा मुआवजा

मुआवजे के लिए अबकी बार केवल एक ही कैटेगरी तय की गई है। इससे पहले किसानों को तीन कैटेगरी 26 से 50, 51 से 75 व 76 से 100 प्रतिशत में मुआवजा मिलता था, लेकिन अबकी बार केवल एक ही कैटेगरी 51 से 100 प्रतिशत वालों को ही इसका मुआवजा मिलेगा। 26 से 50 प्रतिशत वालों को किसी प्रकार का कोई मुआवजा नहीं मिलेगा।

चार हजार रुपये प्रति एकड़ मिलेगा मुआवजा

सरकार द्वारा किसानों को प्रति एकड़ चार हजार रुपये मुआवजा दिया जाएगा। पहले भी यही मुआवजा प्रति एकड़ किसानों को दिया जाता है। इसमें किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया गया है। जिले के किसानों को लगभग 23 करोड़ 16 हजार रुपये का मुआवजा इस घोषणा से मिलेगा।

सरकार का फैसला सराहनीय

सरकार का फैसला सराहनीय है। सरकार ने किसान हित को देखते हुए मुआवजे का ऐलान किया है। भविष्य में सरकार द्वारा किसानों के लिए कई अहम फैसले लिए जाएंगे।

अमन शर्मा, भाजपा नेता, जींद।

ज्यादा मिले मुआवजा

चार हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा किसानों के लिए कम है। सरकार को इस पर विचार करके कम से कम प्रति एकड़ 20 से 25 हजार रुपये मुआवजा देना चाहिए। किसान की लागत बहुत ज्यादा बढ़ गई है। इसलिए इस तरफ ध्यान देकर ही सरकार को मुआवजा घोषित करना चाहिए था।

सतबीर, मोरखी।

बाक्स

पूरे जिले में गिरदावरी कराकर उसकी रिपोर्ट विभाग को भेज दी गई है। जिले में कुल 57 हजार 504 एकड़ सूखा ग्रस्त है। 51 से 100 प्रतिशत सूखा ग्रस्त वाले किसानों को चार हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा देने की घोषणा की गई है।

अमीचंद सैनी, जिला राजस्व अधिकारी, जींद।


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