Move to Jagran APP

मानव जैसा करेगा आहार, वैसे बनेगा उसका विचार : रमेश मुनि

By Edited By: Published: Thu, 11 Sep 2014 06:11 PM (IST)Updated: Thu, 11 Sep 2014 06:11 PM (IST)
मानव जैसा करेगा आहार, वैसे बनेगा उसका विचार : रमेश मुनि

संवाद सूत्र, उचाना : बड़ौदा गाव में जैन स्थानक में बृहस्पतिवार को प्रवचन में रमेश मुनि ने कहा कि मानव जैसा करेगा आहार, वैसे बनेगा उसका विचार। मानव को चाहिए कि वो अंडा, मास का सेवन न करे। इस तरह का सेवन अगर मानव करता है तो वह राक्षस बन जाता है। शाकाहारी भोजन ग्रहण करना चाहिए। मासाहारी भोजन ग्रहण करने से राक्षस प्रवृत्ति के विचार मन में पैदा होने लगते है।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि आज मनुष्य धन-दौलत जोड़ने के लिए दिन-रात पागलों की तरह मारा-फिरता है। इसके लिए यह नहीं देखता कि जो वह कार्य कर रहा है वह अच्छा है या बूरा है। मनुष्य को यह बात सोचनी चाहिए कि धन, दौलत कमाने के लिए मारा-मारा फिरता है, लेकिन अंत समय उसके क्या धन, दौलत जाएगी। इस बात का हर किसी को पता है कि अंत समय धन, दौलत नहीं जाएगी तो क्यों इतना धन, दौलत के पीछे मनुष्य पागल हो रहा है। माता-पिता की सेवा को सबसे बड़ी सेवा बताते हुए रमेश मुनि ने कहा कि अगर हम अपने माता-पिता की सेवा करेगे तो हमारे बच्चे भी हमारी सेवा करेगे। जैसे बच्चे परिवार में हमारा आचरण देखते है वैसा ही वो हमारे साथ व्यवहार करते है। माता-पिता भगवान का रूप होते है। इस मौके पर धर्मेद्र चहल, मनोज जैन, शीलू बुडायन आदि मौजूद दे रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.