काला दिवस आज, प्रशासन चौकन्ना
जागरण संवाददाता, झज्जर : 26 फरवरी को समिति की ओर से मनाए जाने वाले काला दिवस के मद्देनजर तैयारियां अ
जागरण संवाददाता, झज्जर : 26 फरवरी को समिति की ओर से मनाए जाने वाले काला दिवस के मद्देनजर तैयारियां अंतिम चरण में चल रही हैं। समिति का प्रयास है कि बलिदान दिवस के मौके पर जिस प्रकार से काफी संख्या में भीड़ पहुंची थी। उसी तर्ज पर काला दिवस के दिन भी हाजिरी ज्यादा रहने की उम्मीद है। ऐसे में उसी स्तर पर समिति की ओर से राशलवाला चौक स्थित धरनास्थल पर अह्म कदम उठाए जा रहे हैं। समिति से जुड़े हुए लोग इस प्रयास में हैं कि अधिकाधिक संख्या में भीड़ धरना स्थल पर पहुंचे।
काला दिवस के मद्देनजर पांच हजार पगड़ी तैयार करवाई गई हैं जो कि माहौल को उसी अंदाज में दिखाने का काम करेगी। जैसा कि दिवस विशेष का नाम दिया गया है। हालांकि धरना पर पहुंचने वाले लोग भी अपने स्तर पर तैयारियां कर रहे हैं।
बकायदा, पांच एकड़ से भी अधिक क्षेत्र पर बैठने की व्यवस्था की गई हैं। वाहनों की पार्किंग के लिए मुख्य धरनास्थल से अलग स्थान बनाए जा रहे हैं। जिसमें यह तय किया जा रहा है कि जो भी वाहन जिस मार्ग से आएं। वहां वैकल्पिक पार्किंग बनाते हुए उन्हें खड़ा करवाया जाए। ताकि कार्यक्रम में किसी भी तरह का व्यवधान नहीं हो। इधर, समिति की ओर से हो रही तैयारियों पर पुलिस प्रशासन की भी पूरी नजर है। उपायुक्त आरसी बिढ़ाण एवं पुलिस कप्तान बी. सतीश बालन भी दिन के समय में जिला में तैनात ड्यूटी मजिस्ट्रेट सहित अन्य अधिकारियों की बैठक भी ले चुके है। जिसमें इस बात पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया है कि किसी भी स्तर पर आम आदमी को परेशानी नहीं होनी चाहिए।
अधिकाधिक संख्या में पहुंचने का किया आह्वान
समिति के जिलाध्यक्ष जितेंद्र धनखड़ ने उपस्थित लोगों को आह्वान करते हुए कहा कि 26 फरवरी को मनाए जाने वाले काला दिवस के मौके पर अधिक से अधिक संख्या में लोग यहां पर पहुंचे। जैसा कि बलिदान दिवस के दिन लोगों की हाजिरी दिखाई दी थी। उन्होंने बताया कि समिति की ओर से तैयारियां भी उसी स्तर की हो रही है। जितेंद्र ने बताया कि धरने को समर्थन देने के लिए लोग बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं और मांगों को जायज ठहरा रहे हैं। इधर, हो रही इन तैयारियों के बीच जहां मुख्य मंच की दिशा को पहले ही बदला जा चुका हैं वहीं करीब पांच एकड़ तक के क्षेत्र पर बैठने की व्यवस्था की गई है। पार्किंग के लिए यह व्यवस्था सामने आ रही है कि जिन भी मार्गों से वाहन धरनास्थल के लिए आएंगे। उन्हें उसी मार्ग पर ही खड़ा करवाया जाएगा।ताकि वाहनों की संख्या अधिक होने के कारण मुख्य कार्यक्रम में कोई बाधा उत्पन्न नहीं हो। जितेंद्र का कहना है कि काला दिवस के दिन ही 2 मार्च को दिल्ली कूच करने को लेकर भी विस्तार से चर्चा की जाएगी और जो भी अभी तक की तैयारियां हुई हैं उसे भी सभी के समक्ष रखा जाएगा।
बसों के ग्रामीण क्षेत्र में रात्रि ठहराव पर रोक, दिल्ली व चंडीगढ़ के रूट बदले
रविवार को मनाए जाने वाले काला दिवस के मद्देनजर परिवहन विभाग की ओर से कुछ बदलाव किए गए है। एहतियात के तौर पर कुछ बसों के रूटों में परिवर्तन किया गया है तो ग्रामीण क्षेत्र के रूटों पर भी बसों के रात्रि ठहराव को अभी रोकने के आदेश दिए गए है। जिसके चलते शनिवार की शाम को ग्रामीण क्षेत्रों में रात्रि ठहराव करने वाली बस सेवाओं को रूटों पर नहीं भेजा गया। झज्जर-गंगानगर के बीच चलने वाली बस को हिसार रोड पर चल रहे धरने के कारण रूट पर नहीं भेजा जाएगा। जबकि गंगा नगर से झज्जर आ रही बस को भी सिरसा से ही वापिस गंगा नगर भेज दिया जाएगा। वहीं बहादुरगढ़ से हिसार रूट पर भी बसें नहीं भेजी जाएगी। यह बस केवल रोहतक तक ही जाएगी। झज्जर से चंडीगढ़ व दिल्ली जाने वाली बसों के रूटों को बदल कर दूसरे रास्तों से निकाले जाने के निर्देश दिए गए है। चंडीगढ़ जाने वाली बसों को वाया सांपला होकर जाना है। जबकि राशलवाला चौक होकर दिल्ली व बहादुरगढ़ आने जाने वाली बसों को झज्जर से बादली के रास्ते भेजा जाएगा।