बेरी में लगातार लग रहे जाम, नहीं हो पा रहा समस्या का समाधान
जागरण संवाददाता, झज्जर : पानी की किल्लत को लेकर बेरी में किया जा रहा विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा ह
जागरण संवाददाता, झज्जर : पानी की किल्लत को लेकर बेरी में किया जा रहा विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार हो रहे विरोध के बीच सोमवार को दिन के समय में बरहाना गांव की काफी संख्या में महिलाएं ग्रामीणों के साथ जलघर में पहुंची। यहां उन्होंने कहा कि वे कई दिनों से परेशान है। दिक्कत इस हद हो चुकी है कि गांव में पीने तक का पानी नहीं मिल पा रहा और ना ही पानी के आने का कोई समय है। जिसके चलते अब उन्हें मजबूरन जाम लगाते हुए विरोध करना पड़ रहा है। बेरी सांपला मुख्य मार्ग पर ही मटका रखते हुए उन्होंने शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर खरीखोटी सुनाई। इधर, बरहाना में लगे जाम की सूचना के बाद बेरी थाना प्रभारी दयाचंद मौके पर पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों की समस्याओं को जाना। अपने स्तर पर उन्होंने काफी प्रयास भी किया। लेकिन उन्होंने एक ना सुनी। मौके पर विरोध जता रहे लोगों का कहना था कि जब तक संबंधित विभाग के अधिकारी यहां पर पहुंचते हुए कोई पुख्ता आश्वासन नहीं देते। तब तक वह जाम नहीं खोलेंगे। बाद में जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता जगदीश चंद्र जांगड़ा मौके पर पहुंचे और उन्होंने उनकी बात को सुनने के बाद पानी की नियमित सप्लाई करवाए जाने का आश्वासन दिया। जिससे आश्वस्त होते हुए उन्होंने जाम खोला। हालांकि महिलाओं ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर उनकी समस्या का पुख्ता स्तर पर समाधान नहीं हुआ तो मजबूरन उन्हें पुन: जाम लगाना पड़ेगा।
बॉक्स : मई माह की शुरूआत से ही बेरी क्षेत्र के अंतर्गत लगातार बिजली एवं पानी की किल्लत को लेकर ग्रामीण अपना विरोध जता रहे है। कस्बा के स्तर पर भी जाम लगा चुके लोगों का कहना है कि उन्हें ना तो पर्याप्त मात्रा में बिजली मिल पा रही है और ना ही समुचित ढंग से पानी की सप्लाई हो रही है। इसी सिलसिले में आगे बढ़ते हुए पूर्व स्पीकर एवं क्षेत्र के विधायक डॉ रघुबीर ¨सह कादियान भी एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए समस्या का उल्लेख करते हुए जन आंदोलन किए जाने की बात कह चुके है। मदाना गांव ग्रामीण जलघर पर पहुंचकर अपना विरोध जता चुके है। जबकि वजीरपुर में भी महिलाएं सड़क पर उतरते हुए जाम लगा चुकी है। कुल मिलाकर कहा जाए तो सेम से प्रभावित रहने वाले बेरी क्षेत्र के ग्रामीणों को गर्मी कतई रास नहीं आ रही है। जिसका असर उनके स्तर पर जताए जाने वाले विरोध के रूप में लगातार सामने आ रहा है। बहरहाल, ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन के स्तर पर पुख्ता कदम उठाए जाने चाहिए। ताकि जो समस्या आ रही है उसका समाधान सुनिश्चित हो सके।