मजदूर दिवस पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी
जागरण संवाददाता, झज्जर : अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर सर्व कर्मचारी संघ के बैनर तले कर्मचारियों ने
जागरण संवाददाता, झज्जर :
अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर सर्व कर्मचारी संघ के बैनर तले कर्मचारियों ने सरकार विरोधी प्रदर्शन करते हुए अपनी मागों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबीजी की। प्रदर्शन से पहले उपस्थित कर्मचारियों को संबोधित करते हुए प्रदेश सचिव राजेन्द्र जुलाना ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार जिस प्रकार से पिछली काग्रेस सरकार की निजीकरण, आउट सोर्सिग, नव उदारीकरण की नीतियों को लागू कर रही है तथा इन नीतियों से पैदा हो रहे आक्रोश व गुस्से को विभाजित करके मेहनतकशों की एकता को तोड़ने के लिए साम्प्रदायिक, सामाजिक, शैक्षणिक व आर्थिक आधार पर ध्रुवीकरण का प्रयास करते हुए अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला कर रही है। उन्होंने कहा कि आज कुल पूंजी का मालिकाना एक प्रतिशत कारपोरेट घरानों के पास है। जिससे अमीर गरीब की खाई और चौड़ी होती जा रही है। एसकेएस के जिला प्रधान जयपाल गुढ़ा ने कहा कि सातवें वेतन आयोग की रिर्पोट के मुताबिक कर्मचारी को कोई खास लाभ होने वाला नही है। इसमें सभी भत्तों की कटौती की जा रही है तथा बढ़ोतरी मात्र 15-16 प्रतिशत ही नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि जनसंख्या में बढ़ोतरी के साथ सार्वजनिक व निजी क्षेत्रों में सात लाख पद खाली पड़े है। नियमित भर्ती न करके ठेके पर कर्मचारियों की भर्ती की जा रही है। जबकि श्रम सम्मेलनों की रिर्पोट के अनुसार न्यूनतम वेतन 23 हजार रुपये प्रतिमाह दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेडिकल भत्ता 10 प्रतिशत बढ़ाकर लाखों कर्मचारियों के साथ भद्दा मजाक किया जा रहा है। सीआईटीयू की जिला प्रधान सरोज दुजाना, अखिल भारतीय किसान सभा के जिलाध्यक्ष जयप्रकाश बैनीवाल ने कहा कि सरकार ने मिड-डे-मिल का बजट घटाकर 9700 करोड़ कर दिया है। उन्होंने कहा कि एक तरफ बड़े कारपोरेट घराने आसानी से कर्ज ले कर मौज कर रहे है वहीं दूसरी और किसान कर्ज के बोझ तले दबकर आत्महत्या जैसा कदम उठाने पर मजबूर है। इस मौके पर कामरेड रामचन्द्र यादव, अनीता भागलपुरी, प्रदीप नांदल, मोहन शर्मा, बिजेन्द्र सैनी, विष्णु जांगड़ा, महावीर निर्माण, महा सिंह दलाल, किरण, लीलूराम, रामचन्द्र, सतीश अहलावत, राजवीर सिवाना, ईश्वर बिरधाना, कप्तान गुढ़ा, जयभगवान, रणवीर अहलावत, बबली, मुकेश, दिनेश सहित अन्य कर्मचारी भी मौजूद रहे।