जमीन फर्जीवाड़े के मामले में पटवारी चार दिन के पुलिस रिमाड पर
जागरण संवाददाता, झज्जार : जमीन फर्जीवाड़े से जुड़े मामले में कई माह के इतजार के बाद जिला पुलिस की पकड़
जागरण संवाददाता, झज्जार : जमीन फर्जीवाड़े से जुड़े मामले में कई माह के इतजार के बाद जिला पुलिस की पकड़ में आए पटवारी तेजपाल को बृहस्पतिवार को अदालत में पेश किया गया। जहा से उसे चार दिन के लिए पुलिस रिमाड पर लिया गया है। रिमाड के दौरान पुलिस मामले से जुड़े हुए एवं अनसुलझे पहलूओं को लेकर जानकारी जुटाएंगी। ताकि चल रही जाच में उनका सदुपयोग किया जा सके। इधर, बुधवार देर शाम को हुई इस गिरफ्तारी के बाद आरोपी पटवारी को बृहस्पतिवार को अदालत में पेश किया गया। मामले में पहले भी कई लोग पुलिस की जद में आते हुए जेल पहुच चुके है।
आखिर क्या है यह मामला :
करीब एक सदी से भी ज्यादा समय पूर्व शहर के एक महाजन की ओर से शिवालय के लिए छोड़ी गई करीब साढ़े 5 एकड़ भूमि का इंतकाल राजस्व विभाग के पटवारी तथा अन्य अधिकारियों की मिलीभगत से सुरेद्र हरित उर्फ मुन्ना ने अपने एवं अन्य के नाम दर्ज करा डाला। मामले की भनक लगने पर शिवालय के लिए जमीन छोड़ने वाले महाजन के परिवार से जुड़े लोगों ने अपने स्तर पर छानबीन करने के बाद पुलिस में पूरे घोटाले को लेकर शिकायत दी।
शिकायत के आधार पर पुलिस ने तहसीलदार प्रमोद चहल, पटवारी तेजपाल, सहायक रोहतास, कानूनगो, नंबरदार, महेद्र दत्त पुत्र दामोदर के अलावा सुरेद्र हरित उर्फ मुन्ना सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया। बताते है कि करीब 150 वर्ष पूर्व महाजन हरदेव सहाय ने 42 कनाल 7 मरला जमीन शिवालय के लिए दे दी थी। जमीन का मालिकाना हक परिवार के नाम ही चला आ रहा था। लेकिन जमीन से होने वाली कमाई पूरी तरह मंदिर के कार्यो में ही प्रयोग की जा रही थी और मंदिर में रहने वाला पुजारी ही इसका संरक्षक बना हुआ है। जबकि हरदेव सहाय का परिवार कुछ समय बाद शहर छोड़कर चला गया था और वर्तमान में उसी परिवार से जुड़े एक सदस्य जो कि हेलीमंडी में रह रहे है। उनसे जुड़े मदनलाल पुत्र रणजीत मामले की जानकारी देते हुए पुलिस को दी शिकायत में उल्लेख किया था कि उनकी ओर से जिला उपायुक्त को भी एक शिकायत दी थी।
जिसके बाद छानबीन हुई तो पता चला कि सुरेद्र उर्फ मुन्ना ने राजस्व विभाग से जुड़े अधिकारियों की मदद से जमीन से जुड़ा रिकार्ड तथा इंतकाल रजिस्टर से फाड़ दिया और फर्जी तरीके से महेद्र दत्त व अपने नाम इंतकाल दर्ज करवा लिया। खुलासा होने पर राजस्व विभाग में भी हडकंप मचा था। पिछले दिनों में यह मामला खूब उछला और इसकी चरचा भी खूब रही। फिलहाल, मामले में पुलिस की गिरफ्त से बाहर चल रहे पटवारी को जिला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
प्रतिक्रिया : डीएसपी धीरज कुमार का कहना है कि दर्ज हुए मामले में पटवारी तेजपाल भी आरोपी थे। मामले की जाच चल रही थी और उन्हे गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्त में आने के बाद उन्हे अदालत में पेश किया गया। मामले से जुड़ी जाच के लिए अदालत से उन्हे चार दिन के पुलिस रिमाड पर लिया गया है।