टारगेट पूरा करने के लिए विभाग कर रहा छापेमारी
जागरण संवाददाता, झज्जार : तीन दिन पूर्व शहर के एक नर्सिग होम पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से छापा मारकर
जागरण संवाददाता, झज्जार : तीन दिन पूर्व शहर के एक नर्सिग होम पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से छापा मारकर वहा से बरामद की गई प्रतिबंधित दवाईयों सहित अन्य औजारों के पाए जाने से जुड़े मामले में रविवार को नर्सिंग होम संचालकों ने अपने-अपने क्लीनिक बंद रखे। संचालकों की यह हड़ताल रविवार को एक तरह से साकेतिक थी। लेकिन संचालकों ने विभाग व सरकार को चेताया कि यदि उनकी माग नहीं मानी जाती है तो उनका आदोलन प्रदेश स्तर पर शुरू हो जाएगा। सभी नर्सिग होम संचालक यहा मीडिया के रूबरू भी हुए और आरोप लगाया कि लिंगानुपात को लेकर विभाग जहा भी छापेमारी कर रहा है वह केवल टारगेट पूरा करने के लिए ही किया जा रहा है। इसी संदर्भ में तीन दिनों पूर्व शहर के बस स्टैंड के पास जिस नर्सिग होम पर छापा मारकर वहा से प्रतिबंधित दवाईया बरामद किए जाने की बात विभाग कह रहा है वह केवल एक तरह से छलावा मात्र है। जबकि वहा से इस प्रकार की प्रतिबंधित दवाईया व गर्भपात के लिए प्रयोग किए जाने वाले औजार वहा से बरामद ही नहीं हुए थे।
नीमा व आइएमए संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि वह इस हक में है कि कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए प्रशासन और विभाग सख्त से सख्त कदम उठाए लेकिन यह भी तो गलत है कि किसी निर्दोष को मामले में झूठा फंसाकर उस पर केस दर्ज कराया जाए। हड़ताल के दौरान शहर के सभी नर्सिंग होम संचालक तीन दिनों पूर्व छापेमारी के दौरान गिरफ्त में आए धनखड़ नर्सिंग होम संचालक के पक्ष में खड़े नजर आए।
नीमा व इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारी डॉ. राकेश गर्ग, डॉ. नरेश दलाल, डॉ. कपूर, डॉ. अजय धनखड़, रविन्द्र मलिक, डॉ. स्वामी सहित अन्य पदाधिकारियों के साथ मिलकर विभाग की ओर से धनखड़ नर्सिग होम के खिलाफ दर्ज कराए गए मामले को झूठा बताया और उसे जल्द से जल्द रद्द किए जाने की माग की। गौरतलब है कि तीन दिनों पूर्व झज्जर के बस स्टैंड के पास स्थित धनखड़ नर्सिग होम पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारकर प्रतिबंधित दवाईया सहित कुछेक औजारों को बरामद किया था। इस मामले में पुलिस में मुकद्दमा भी दर्ज कराया था। इसी मामले में रोष प्रकट करते हुए रविवार को शहर के सभी नर्सिग होम संचालकों ने अपने-अपने नर्सिग होम बंद कर इसे साकेतिक हड़ताल बताया।