सीखा नहंीं कानून का पाठ तो चला खाकी का डंडा
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : सड़कों पर वाहंन लेकर चलने से पहंले कानून का पाठ न सीखने वालों पर खाकी
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
सड़कों पर वाहंन लेकर चलने से पहंले कानून का पाठ न सीखने वालों पर खाकी का डंडा खूब चल रहंा हैं। इसे पुलिस की सक्रियता कहें या फिर यातायात नियमों का पालन नहीं करने की वाहंन चालकों की आदत। जिसकी बदौलत इस बार वाहंन चालान का नया रिकॉर्ड बन गया हैं। साल दर साल तो यहं आंकड़ा बढ़ता हंी जा रहंा हैं, मगर इस बार तो तीन गुणा ज्यादा चालान हंो चुके हैं। चालकों पर जुर्माना भी इसी अनुपात में हुंआ हैं।
साल के दस महंीनों में चालान की संख्या पर नजर डालें तो अंतर साफ बताता हैं कि इस बार नियमों के उल्लंघन में कानून के रखवालों ने कितनी किताबें भर डाली हैं। यू तो सड़क पर वाहंन चलाने के लिए कई सारे नियम हैं, मगर पुलिस ने उन बिंदुओं पर ज्यादा जोर दिया हैं जिनका उल्लंघन हंादसों और इनमें बढ़ती मौतों के लिए ज्यादा वजहं बन रहंा हैं। चालान के रूप में सख्ती दिखाने के अलावा बीच-बीच में पुलिस कई माध्यमों से चालकों को नियम भी सिखाती हैं, मगर जाने-अनजाने में चालक आखिर में उल्लंघन कर बैठते हैं।
इन नियमों के उल्लंघन से हंोती हैं ज्यादा मौत
1. दोपहिंया वाहंन चलाते समय हेंलमेट का इस्तेमाल न करना और दो से ज्यादा सवार हंोना
2. बिना लाइसेंस मिले हंी वाहंन लेकर सड़क पर निकलना
3. कार चलाते समय सीट बैल्ट का प्रयोग न करने और तेज गति से चलने
4. सड़क पर गलत दिशा में वाहंन चलाने
5. नशा करके सड़क पर वाहंन चलाने
यहं हैं मुख्य चालान का आंकड़ा
नियम वर्ष 2014 2015
तेज गति 370 824
ट्रिपल राइडिंग 1826 4062
बिना लाइसेंस 1065 4076
बिना आर सी 681 2225
बिना नंबर प्लेट 54 227
बिना हेंलमेट 3629 14829
गलत दिशा में ड्राइविंग 3165 6096
बिना सीट बेल्ट 1195 4807
कुल 17,935 53,926
जुर्माना 38, 81200 1,01,74700
नोट : ये चालान दोनों वर्षो में 1 जनवरी से 31 अक्टूबर के बीच किए गए हैं।
वर्जन ..
पुलिस की ओर से वाहंन चालकों को जागरूक भी किया जाता हैं और शालीनता से उनसे नियमों के पालन की अपील भी की जाती हैं। दूसरी ओर सड़कों पर चेकिंग अभियान भी तेज किया गया हैं। ऐसे में जो भी नियमों का उल्लंघन करते हैं उनका चालान किया जा रहंा हैं। इसमें संख्या पर कोई ध्यान नहंी हैं।
जितेंद्र सिंहं, एसएचओ, ट्रैफिक पुलिस।