पेंशन के लिए बुजुर्ग खा रहे धक्के
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : शहर की छह सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने बृहस्पतिवार को बुजुर्गो क
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : शहर की छह सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने बृहस्पतिवार को बुजुर्गो की बुढ़ापा पेंशन समस्या को लेकर लघु सचिवालय में एसडीएम के नाम एक ज्ञापन दिया। ज्ञापन के माध्यम से बुजुर्गाें ने बताया कि उन्हे दो महीने से पेंशन नहीं मिल पाई है। इन बुजुर्गों द्वारा प्रशासन द्वारा बताए गए बैंकों में अपना खाता खुलवाने के बावजूद भी उनके खाते में अभी तक पेंशन नहीं आई है। जब बुजुर्ग संबंधित बैंक में अपनी पेंशन के बारे में पता करने जाते है तो उन्हे बताया जाता है कि अभी आप के खाते में पेंशन नहीं आई है। यह पूछने पर कि दो महीने से खाते में पेंशन क्यों नहीं आ रही है तो बैंक कर्मचारी ये कहते हैं कि अभी आपके खाते में पेंशन का लिंक नहीं हुआ है। बुजुर्ग जब नगर परिषद में जाते है तो वहा पर कोई भी ऐसा विशेष अधिकारी नहीं है जो यह बता सके कि उनकी पेंशन का लिंक क्यों नहीं हुआ या फिर कब तक हो जाएगा। इस प्रकार बुजुर्ग हर रोज बैंकों व नगर परिषद के चक्कर काटने को मजबूर हैं। प्रशासन द्वारा किसी भी सरकारी व्यक्ति तो ये जिम्मेवारी नहीं सौंपी गई है कि जो उनकी पेंशन की अपलोडिंग में उनकी मदद कर सके। बुजुर्गों को अपनी पेंशन अपलोड करवाने के लिए मजबूरी में छुटभैया नेताओं के घरों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। संस्थाओं ने एसडीएम बहादुरगढ़ से माग की है कि नगर परिषद कार्यालय में बुजुर्गो की मदद के लिए समाज कल्याण विभाग के किसी कर्मचारी को कुछ दिन के लिए स्थाई रूप से नियुक्त किया जाए ताकि इन बुजुर्गों को छुटभैया नेताओं के घरों के चक्कर ना लगाने पड़े। संस्थाओं की माग है कि बुजुगरें की पेंशन उनके सम्मान के लिए है इस प्रकार हर रोज इन बुजुर्गों को बैंकों, नगर परिषद व छुटभैया नेताओं के घरों के चक्कर काटने पर विवश ना किया जाए। इस प्रकार से बुजुगरें का सम्मान ना हो कर अपमान हो रहा है। ज्ञापन देने वालो में अखिल भारतीय अपराध निरोधक समिति से शिव कुमार गुप्ता, सर्वजन सर्वहित कल्याण समिति से राजेश बधवार, राजेश रोहिल्ला, श्री श्याम बाबा जनकल्याण समिति से सुशील राठी, सूर्यवंशी युवा विचार मंच से सूर्य कुमार, सामाजिक सकता मंच से सुरेंद्र कुमार मुदगिल, जनकल्याण मंच से रमेश सुखीजा, कश्मीरी समाज से सामाजिक कार्यकर्ता रवि भट्ट आदि मौजूद थे।