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महिला की संदिग्ध मौत, पोस्टमार्टम हाउस में फूला शव

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : गाव बामनोली में एक महिला की संदिग्ध हालातों में मौत हो गई। उसका शव घ

By Edited By: Published: Sun, 05 Jul 2015 10:10 PM (IST)Updated: Sun, 05 Jul 2015 10:10 PM (IST)
महिला की संदिग्ध मौत, पोस्टमार्टम हाउस में फूला शव

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :

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गाव बामनोली में एक महिला की संदिग्ध हालातों में मौत हो गई। उसका शव घर के ही तालाबंद कमरे में मिला। रात में शव को पोस्टमार्टम के लिए डैड हाउस में रखा गया तो सुबह तक यह फूल गया। इस पर परिजनों व ग्रामीणों ने हगामा भी किया। बाद में यहा से शव को रोहतक के पीजीआइएमएस रेफर कर दिया गया। पुलिस जाच में सामने आया है कि महिला को नशे की लत थी। मौत के कारण स्पष्ट नही है।

जानकारी के अनुसार बामनोली निवासी सतीश की पत्‍‌नी आशा (40) ने शुक्रवार की रात घर में ही संदिग्ध हालातों में दम तोड़ दिया। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुची तो जिस कमरे में शव था, उस पर ताला लगा था। पुलिस ने ताला तुड़वाया और मौके की जाच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।

मौत के कारण स्पष्ट नहीं, पुलिस जाच में जुटी

महिला आशा की मौत किस कारण से हुई है, इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नही है। ऐसे में पुलिस छानबीन में जुटी हुई है। फिलहाल यही माना जा रहा है कि महिला नशे की लत की शिकार थी। ऐसे में ज्यादा नशे के कारण ही उसकी मौत होने का अनुमान है। शव को पोस्टमार्टम के बाद वारिसों के हवाले कर दिया गया।

लापरवाही में रखा गया शव, सुबह तक फूला

रात में ही शव को पोस्टमार्टम के लिए रखा गया था। मगर परिजनों का आरोप है कि न तो शव को डैड बॉडी चैंबर में रखा गया और न ही उसके साथ बर्फ लगाई गई। ऐसे में सुबह जब पोस्टमार्टम के लिए डाक्टर पहुचे तो शव फूल चुका था। रात में गर्मी ज्यादा होने के कारण ऐसा हुआ। शव से बदबू भी उठ रही थी। ऐसे में यहा के डाक्टरों ने शव का पोस्टमार्टम करने से इकार कर दिया और रोहतक के पीजीआइएमएस रेफर कर दिया। इस पर शव लेने आए परिजनों व ग्रामीणों ने हगामा भी किया और अस्पताल की व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। ग्रामीण नरेश, प्रदीप, संजय का कहना था कि शुक्रवार को जब शव पोस्टमार्टम के लिए शहर के सामान्य अस्पताल में लाया गया था तो उसी समय स्टाफ से शव पर बर्फ लगाने के लिए कहा गया था, लेकिन ऐसा करने से मना कर दिया गया। बाद में शव को चैंबर में भी नहीं रखा गया। इसी कारण शव फूल गया और उससे दुर्गध उठनी शुरू कर दी। इसी अव्यवस्था के कारण ग्रामीण पहले तो यहा पहुचे और बाद में उन्हे रोहतक जाना पड़ा।

पति-पत्नी दोनों नशे की लत के शिकार, उजड़ा परिवार

आशा की मौत को लेकर पुलिस ने मायके और ससुराल पक्ष के लोगों के ब्यान पर रिपोर्ट दर्ज की है। मृतका की मा ने भी ब्यान में यही बताया है कि आशा नशे की लत का शिकार थी। इसी कारण यह परिवार उजड़ गया। पुलिस ने परिजनों के हवाले से बताया है कि बामडौली निवासी सतीश बीएसएफ में कार्यरत था। नशे के चलते वह अपनी ड्यूटी पर नहीं जाता था। उसकी पत्‍‌नी आशा भी केंद्र सरकार में नौकरी करती थी। वह खरहर की बेटी थी और माता-पिता की इकलौती संतान थी। बाद में पिता की मौत के बाद ही उसे अनुकंपा के आधार पर नौकरी मिली थी, लेकिन लंबे समय से वह भी नौकरी पर नहीं जा रही थी। दोनो से दो लड़के हैं। जो कि अपने दादा-दादी के पास रहते है। जबकि सतीश व आशा अलग मकान में रहते थे। बताया गया है कि दंपति बुरी तरह नशे की लत के शिकार थे। आशा का शव शुक्रवार की रात उसके कमरे से मिला। शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं दिखा। उसका पति नहीं मिला है। वह गायब है। उसकी भी तलाश की जा रही है।

ब्यान और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर हुई कार्रवाई: एसएचओ

थाना लाइनपार प्रभारी ओमबीर सिंह का कहना है कि इस घटना में मायके और ससुराल वालों ने जो ब्यान दर्ज कराए तथा बाद में पोस्टमार्टम के आधार पर डाक्टरों ने जो राय दी है उसी के मुताबिक कार्रवाई की गई है।


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