Move to Jagran APP

अपनी मागों को लेकर पूर्व सैनिकों ने शहर में किया प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, झज्जार : केंद्र की मोदी सरकार पर वायदा खिलाफी का आरोप लगाते हुए पूर्व सैनिकों ने सो

By Edited By: Published: Tue, 30 Jun 2015 01:12 PM (IST)Updated: Tue, 30 Jun 2015 01:12 PM (IST)
अपनी मागों को लेकर पूर्व सैनिकों ने शहर में किया प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, झज्जार : केंद्र की मोदी सरकार पर वायदा खिलाफी का आरोप लगाते हुए पूर्व सैनिकों ने सोमवार को शहर में सड़क पर उतरते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उन्होंने जमकर विरोध जताया और स्पष्ट संकेत दिए कि जब तक उनकी मागों को पूरा नहीं किया जाता वह पीछे नहीं हटेगे। गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से झज्जर में भूख हड़ताल किए जाने के बाद सोमवार को पूर्व सैनिकों ने अपनी एकजुटता का परिचय देते हुए शहर में प्रदर्शन करने का निर्णय लिया था। निर्धारित कार्यक्रम अनुसार काफी संख्या में पूर्व सैनिक शहर की देशवाल कांप्लेक्स स्थित कार्यालय में वीर चक्र विजेता कैप्टन जय सिंह राठी के नेतृत्व में एकत्रित हुए और सरकार को कोसा। पूर्व सैनिकों के इस प्रदर्शन में उनके परिजन भी शामिल हुए। वन रेंक-वन पेंशन की माग को लेकर पूर्व सैनिकों का यह प्रदर्शन शहर के बस स्टैंड रोड से प्रारभ हुआ जो कि अम्बेडकर चौक, सरकूलर रोड व सिलानी गेट से होते हुए वापिस देशवाल कांप्लेक्स में पहुंचे।

loksabha election banner

पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए कैप्टन जय सिंह राठी व कर्नल लखीराम ने अपने अलग-अलग संबोधन में कहा कि सत्ता में आने से पूर्व भाजपा के केंद्रीय नेता यहा तक कि स्वयं प्रधानमंत्री पूर्व सैनिकों के हित में बड़े-बड़े बयान देते थे। उन्हें वन रेंक-वन पेंशन दिए जाने की वकालत करते थे। लेकिन भाजपा नेताओं को सत्ता क्या मिली इन सभी की भाषा ही बदल गई।

उन्होंने इस मौके पर प्रदेश सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि इस सरकार के संतरी से लेकर मंत्री तक पूर्व सैनिकों को वन रेंक-वन पेंशन दिए जाने की वकालत तो करते है लेकिन केंद्र सरकार इसे देने में देरी क्यों कर रही है इस बात का जवाब इनके पास भी नही हैं। उन्होंने दोहराया कि अभी तक अपनी माग को पूरा कराने के लिए पूर्व सैनिकों ने छोटा सा आंदोलन छेड़कर एक तरह से अंगड़ाई ली है लेकिन जल्द ही पूर्व सैनिकों की माग को पूरा नहीं किया गया तो इसका स्तर जाएगा। उनका कहना था कि यह पूर्व सैनिकों का अधिकार है। जिसे वह हर हाल में लेकर रहेगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.