शांतिपूर्ण माहौल के बीच माता भीमेश्वरी देवी का मेला संपन्न
जागरण संवाददाता, झज्जर : बेरी के प्रसिद्ध माता भीमेश्वरी देवी के मंदिर में लगा नवरात्र मेला शांतिप
जागरण संवाददाता, झज्जर :
बेरी के प्रसिद्ध माता भीमेश्वरी देवी के मंदिर में लगा नवरात्र मेला शांतिपूर्ण माहौल के बीच शुक्रवार को संपन्न हो गया है। मेले के आखिरी दिन अष्टमी तक माता के लाखों भक्तों ने मंदिर में माता के दर्शन कर उनसे आशिर्वाद लिया और मन्नत भी मांगी। रात के समय मंदिर पूरी तरह से दूधिया रोशनी से नहाया रहा। मंदिर की छटा देखते ही बन रही थी। वहीं बेरी क्षेत्र माता के जयकारों से गूंजता रहा। जिला उपायुक्त डॉ. अंशज सिंह, एसडीएम आशिमा सांगवान के अलावा जिला प्रशासन के आता अधिकारियों ने भी मंदिर में पहुंचकर माता के दर्शन किए और व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया।
वहीं, मंदिर में भीड़ अधिक होने के कारण देर रात दो बजे तक मा शहर में बने पुराने मंदिर में निवास कर रही है और यहा पहुचे भक्तों ने यहा मा के दर्शन करते हुए आशीर्वाद प्राप्त किया। मंदिर परिसर में सेवा कर रहे लोगों को व्यवस्था बनाने में पुलिस की टीम बेहतर ढग से सहयोग करते हुए दर्शन करने वाले लोगों की मदद में जुटी रही। अष्टमी के मौके पर दूर-दराज के क्षेत्रों से भक्तों ने पहुचकर मा भीमेश्वरी देवी के दरबार मे माथा टेककर मन्नतें मांगी। वहीं नवविवाहित जोड़ों ने माता के दरबार में गठजोड़े की जात दी। लोगों ने अपने नवजात बच्चों का मुंडन भी करवाया। प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था व सुविधाओं की दृष्टि से बेरी मेले को विभिन्न सेक्टरों में बाटा गया था। बरसों से चली आ रही परपरा अनुसार मा भीमेश्वरी को अष्टमी के दिन सुबह मां 2 बजे बाहर वाले मंदिर मे लाया गया। अष्टमी के लिए मंदिर के पुजारी ने मत्रोच्चारण के बीच महाआरती करवाई। बता दें कि मां भीमेश्वरी का इकलौता मंदिर है जहा माता की मूर्ति एक है और माता दो मंदिरों में विराजमान होती है।
-----
प्रशासन ने ली राहत की सांस
बेरी के माता भीमेश्वरी देवी मंदिर में सप्तमी व अष्टमी के मेले में लाखों श्रद्धालुओं को माता के दर्शन कराना किसी चुनौती से कम नहीं है। इस चुनौती से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन ने पूरी व्यवस्था की थी। पुलिस प्रशासन के लिए सारा काम चुनौती पूर्ण था और शाति से निपटने से प्रशासन को राहत मिली है।
------
पैदल व पेट के बल पहुंचे श्रद्धालु
माता भीमेश्वरी देवी के मंदिर में जिन लोगों ने माता से मन्नत मांगी हुई थी। वे श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए पैदल, नंगे पैर व पेट के बल मंदिर में पहुंचे। पेट के बल मंदिर में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन की तरफ से माता के दर्शन के लिए अलग से व्यवस्था की गई थी। इतना ही नहीं बड़ी संख्या में माता के दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं के लिए लाइन में खड़े रह कर अपनी बारी आने के इंतजार के लिए जिग-जैग सिस्टम तैयार किया हुआ था।
------
मंदिर परिसर में चले भंडारे
नवरात्र पर्व के अंतिम दिन माता भीमेश्वरी देवी मंदिर में माता के भक्तों के लिए अनेक स्थानों पर भंडारों का भी आयोजन किया गया था। इस दौरान भंडारों में बड़ी संख्या में माता के भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। मंदिर में सुबह ही भंडारों का आयोजन शुरू कर दिया था।
-------
जमकर की खरीदारी
माता भीमेश्वरी देवी के मंदिर परिसर में लगे मेले में माता के दर्शन के लिए आए भक्तों ने अपने बच्चों के लिए खिलौने आदि की जमकर खरीदारी की। वहीं महिलाओं ने श्रृंगार व घरेलू सामान की भी खरीदारी की। महिलाएं अपने परिजनों के साथ मंगल गीत गाते हुए माता के दर्शन के लिए मंदिर में पहुंची।