नो पार्किग की कार्रवाई पर अव्यवस्था का लॉक
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : शहर में नेशनल हाईवे पर नो पार्किग में खड़े होने वाले वाहनों को लॉक करने
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : शहर में नेशनल हाईवे पर नो पार्किग में खड़े होने वाले वाहनों को लॉक करने की कार्रवाई ठप होकर रह गई है। चालान न होने की सूरत में वाहनों को उठाने के लिए क्रेन की व्यवस्था न होने से पुलिस ऐसी कार्रवाई से फिलहाल हाथ खींच रही है। पिछले दिनों रोहतक रेंज के आइ जी भी ऐसी आवश्यकता जता चुके है लेकिन व्यवस्था कब होगी इसका जवाब फिलहाल किसी के पास नही है।
दरअसल नेशनल हाईवे पर गलत पार्किग पर रोक लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस की ओर से कुछ दिन पहले वाहन को लॉक करने वाली मशीन की व्यवस्था की गई थी। इस तरह के चालान भी काटे गए, लेकिन अब यह कार्रवाई ठप है। हालाकि पुलिस ऐसे वाहनों के चालान बराबर कर रही है, लेकिन कई बार हाइवे पर नो पार्किग में वाहन खड़ा करके चालक दाएं-बाएं निकल जाते है। ऐसे में पुलिस उसका चालान नहीं कर पाती। इसका विकल्प तलाशने के लिए ही यह व्यवस्था की गई थी। वाहन यदि गलत खड़ा किया गया है तो टै्रफिक पुलिस के पास ऐसी मशीन की व्यवस्था की गई थी जो वाहन को वहीं पर लॉक कर देती है मगर इन दिनों तो वाहनों पर नहीं बल्कि ऐसी कार्रवाई पर ही लॉक लगा हुआ है। फिलहाल सड़क पर खड़े किसी भी वाहन को इस तरह लॉक नहीं किया जा रहा। इसी का परिणाम है कि नो पार्किग में भी वाहनों की भीड़ नजर आती है। उधर, इस तरह की कार्रवाई को विराम देने के पीछे ट्रैफिक पुलिस का अपना तर्क है। टै्रफिक पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अक्सर लोग रॉग पार्किग में वाहन खड़ा करके इधर-उधर चले जाते है। ऐसे में वाहन को तो लॉक किया जा सकता है, लेकिन वाहन को उठाकर निर्धारित स्थान पर ले जाने के लिए पुलिस के पास क्रेन नहीं है। इस बारे में अधिकारियों को पत्र लिखा गया है। वाहनों को उठाने के लिए जब क्रेन की व्यवस्था हो जाएगी उसके बाद गलत पार्किग पर वाहनों को लॉक किया जाएगा और चालक के लौटने पर उसका चालान काटा जाएगा। खास बात यह है कि पिछले दिनों बहादुरगढ़ में अधिकारियों की मीटिग के बाद तत्कालीन आइजी ने भी क्रेन की व्यवस्था की आवश्यकता जताई थी और इस पर जल्दी से अमल करने की बात कही थी, मगर अभी तक यह व्यवस्था कहा अटकी हुई है इसका जवाब फिलहाल स्थानीय अधिकारियों के पास नही है।
उधर, ट्रैफिक पुलिस के प्रभारी जसबीर सिंह का कहना है कि इस तरह की व्यवस्था उनकी तैनाती के पहले से ही थी, मुझे इस बारे में जानकारी नही है। अब इस व्यवस्था को लेकर संज्ञान लिया जाएगा और अधिकारियों से भी क्रेन की व्यवस्था का अनुरोध किया जाएगा। इतनी जानकारी जरूर मिली है कि इस तरह की क्रेन मेट्रो की ओर से उपलब्ध कराई गई थी, मगर बाद में इसे वापस ले लिया गया।