अतिक्रमण से नहीं मिल रही निजात, अक्सर लगा रहता है जाम
जागरण संवाददाता, झज्जर : झज्जर शहर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के नजदीक स्थित होने के बावजूद हालत किसी
जागरण संवाददाता, झज्जर : झज्जर शहर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के नजदीक स्थित होने के बावजूद हालत किसी पिछड़े हुए गांव से बदतर है। लोगों का सहयोग न देना योजनाओं को बंट्टा लगा रहा है। शहर का ट्रैफिक अभी भी बेतरतीब है। नेशनल हाईवे पर पुल बनने के बाद भी भारी वाहन अभी तक शहर के बीच से ही गुजर रहे हैं। वहीं शहर पूरी तरह से अतिक्रमण से अटा पड़ा है। लेकिन न तो सकी तरफ जिला प्रशासन के अधिकारी ध्यान दे रहे हैं और न न ही नगर पालिका। जिसकी वजह से शहर में जाम लगना रोजमर्रा की आदत होती जा रही है। पहले लग रहा था कि नेशनल हाईवे के ब्रिज चालू होंगे तो ट्रैफिक का बोझ अपने आप कम हो जाएगा, लेकिन आज भी स्थिति ज्यों की त्यों बनी है। शहर में वाहन को खड़ा करने के लिए कहीं भी पार्किंग की व्यवस्था नहीं की गई है। वाहन चालक अपने वाहनों को सड़क पर ही खड़ा कर देते हैं। जिसके कारण लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है और शहर में अक्सर जाम की स्थिति भी बनी रहती है। शहर के बस स्टैंड के आसपास जाम की स्थिति से निपटने के लिए पिछले दिनों बस स्टैंड के सामने से अंबेडकर चौक व छिकारा चौक के बीच व छिकारा चौक से बस स्टैंड के पीछे से होकर जाने बीकानेर चौक जाने वाले मागरें को वन वे भी किया गया था। यहां पर पांच-सात दिन तो पुलिस कर्मी इस मार्ग को वन वे कराते देखे गए उसके बाद वहीं ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ हो गई है। शहर में अधिकांश सड़कों पर अतिक्रमण की भरमार है। दुकानों के सामने सजा रहने वाला सामान व रेहड़ियां भी यातायात व्यवस्था में बाधा बनी हुई हैं। अतिक्रमण के कारण सड़कें तंग होती जा रही हैं। रेहड़ियों से आगे लोग वाहनों को भी सड़कों पर खड़ा कर देते हैं। कई बार तो स्थिति यहा तक बन जाती है कि जाम के कारण पैदल आदमी का निकलना भी दूभर हो जाता है। शहर का वर्तमान बस स्टैंड शहर के बीचों बीच बना है। जिसकी वजह से बसों को किसी भी सड़क से आना हो उन्हें पूरे शहर को पार करके ही बस स्टैंड पर पहुंचना पड़ता है। शहर की सड़के टूटी होने व बसों के शहर के अंदर से आवागमन होने के कारण बस स्टैंड के आसपास अधिकांश समय जाम लगा रहता है। जिससे शहर वासियों व वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
जल्द ही शहर में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाएगा। वहीं सड़कों पर दुकानों के सामने सामान को सजा रखने वाले दुकानदारों के चालान भी काटे जाएंगे।
-आइजे मल्हौत्रा,
एमई, नपा, झज्जर।