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बिजली घरों में झाड़-झंखाड़ बने खतरा

जागरण संवाददाता, झज्जर : लोगों को बिजली आपूर्ति मुहिया करवाने के लिए जिले में उत्तर हरियाणा बिजली

By Edited By: Published: Sat, 22 Nov 2014 01:17 AM (IST)Updated: Sat, 22 Nov 2014 01:17 AM (IST)
बिजली घरों में झाड़-झंखाड़ बने खतरा

जागरण संवाददाता, झज्जर :

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लोगों को बिजली आपूर्ति मुहिया करवाने के लिए जिले में उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम की तरफ से स्थापित किए गए बिजली घर निगम के अधिकारियों की अनदेखी का शिकार हैं। अधिकांश बिजली घरों की सफाई व्यवस्था बदहाल है। इनमें झाड़-झंखाड़ उगे हुए हैं। जिसकी वजह से किसी भी समय शार्ट सर्किट होने से आगजनी की कोई बड़ी घटना हो सकती है। जहांआरा बाग स्टेडियम के सामने स्थित 33 केवी पावर हाउस के पास खड़े झाड़ झंखाड़ में दो बार आग लग चुकी है। हांलाकि इन आग जनी की घटनाओं में निगम को फिलहाल तक कोई नुकासान नहीं हुआ है। क्योंकि दमकल केंद्र नजदीक होने के कारण सूचना मिलते ही पांच या सात मिनट में दमकल केंद्र की गाड़ी यहां पर आग पर काबू पाने के लिए पहुंच जाती है। अगर किसी दूर दराज के क्षेत्र में कोई आगजनी की घटना हो जाए तो दमकल केंद्र की गाड़ी वहां तक पहुंचने से पहले ही काफी नुकासान होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। हालांकि झज्जर के जहांआरा बाग स्टेडियम के सामने वाले पावर हाउस के पास उत्तर हरियाणा बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता, कार्यकारी अभियंता, उपमंडल अधिकारियों के कार्यालय भी हैं। सब कुछ निगम के अधिकारियों की आंखों के सामने होते हुए भी यहां पर सफाई व्यवस्था नहीं है तो इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बाकि क्षेत्रों के पावर हाउसों का क्या हाल होगा। पावर हाउसों व उनके आस पास घास व झाड़-झंखाड़ उगे हुए हैं।

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जिले में हैं 35 पावर हाउस

झज्जर जिले के सर्कल कार्यालय के अतंर्गत 35 पावर हाउस आते हैं। अधिकांश पावर हाउसों में आग पर काबू पाने के लिए अग्निशमन यंत्र तो मौजूद हैं,लेकिन इन्हें भरे हुए कितना समय बीता है। इसकी जानकारी भी इन सिलेंडरों पर अंकित नहीं की गई है। अकेले झज्जर शहर में तीन पावर हाउस हैं। जिनमें गुड़गांव रोड पर 132 केवी सब स्टेशन, सांपला रोड व जहांआरा बाग स्टेडियम के सामने 33 केवी के पावर हाउस शामिल हैं।

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कितनी क्षमता के कितने पावर हाउस

क्षमता सब स्टेशन की संख्या

220 केवी 2

132 केवी 10

33 केवी 23

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पावर हाउसों में सफाई के लिए कर्मचारी नहीं हैं। अभी सफाई कर्मचारियों के लिए टेंडर नहीं हो पाया है। सफाई का टेंडर होने के बाद पावर हाउसों की सफाई व्यवस्था सुनिश्चित हो पाएगी। आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए पावर हाउसों में अग्निशमन यंत्रों की व्यवस्था की गई है। अगर कोई घटना होती भी है तो दमकल केंद्र की सहायता भी तुरंत प्रभाव से मिल जाती है।

-पलविंद्र सिंह,

कार्यकारी अभियंता, उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम, झज्जर।


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