अवैध हथियार बनेंगे परेशानी
सिरदर्दी : अवैध असलहा हर जगह मौजूद जागरण संवाददाता, झज्जर : चुनाव से पहले पुलिस लगातार कोशिश कर रह
सिरदर्दी : अवैध असलहा हर जगह मौजूद
जागरण संवाददाता, झज्जर : चुनाव से पहले पुलिस लगातार कोशिश कर रही है कि लाइसेंसी हथियार मालखाने में जमा करवा लिए जाए या फिर उन्हें शस्त्र की ख्ररीद-फरोख्त से जुड़ी दुकानों में बंद करा दिया जाए लेकिन सिक्के का दूसरा पहलू यह भी है कि अवैध हथियारों को लेकर कोई खास मशक्कत नहीं की जा रही जबकि यह शाश्वत सत्य है कि अवैध असलहे जिले की सीमा में मौजूद हैं और इनका इस्तेमाल किया जा सकता है चुनाव की आबोहवा को प्रभावित करने को।
अवैध हथियार शहर व गांवों में मौजूद हैं। चुनाव सिर पर है और जाहिर है कि ये पुलिस की परेशानी बनने वाले हैं। इस साल के दौरान कई उदाहरण मिले हैं जहां वारदात को अवैध हथियार से अंजाम दिया गया।
अगस्त माह में दोहरे हत्याकांड से मिला। पुत्र ने अवैध हथियार से ही माता पिता को गोली मारी थी। उसका स्टेटस देखा जाए तो वह निजी स्कूल में बतौर चालक काम करता था। जाहिर है कि अगर वह भी वारदात के लिए अवैध हथियार का जुगाड़ कर सकता है तो बदमाशों के तो कहने ही क्या। जिले व उसके इर्द-गिर्द के इलाके में अत्याधुनिक हथियार भी मौजूद हैं, यह बात दादरी से मिली ऑटोमेटिक राइफलों के मिलने के बाद पुलिस भी समझ रही है। मांडोठी के दो युवकों की निशानदेही पर यह हथियार दादरी से मिले थे। दोनों दुलीना जेल में बंद थे। ऐसे हथियार पुलिस के पास भी नहीं मिलते हैं। पुलिस उस घटना को भी गंभीरता से ले रही है। हालांकि जिले में अभी तक जितनी भी हत्याएं हुई हैं उनमें ज्यादातर अवैध हथियारों का ही इस्तेमाल हुआ है। माछरौली में दोहरे हत्याकांड में इसी तरह के हथियार का इस्तेमाल हुआ। उस दौरान भी पुलिस ने हथियार का उद्गम तलाशने की कोशिश की लेकिन अभी तक उसमें सफलता हाथ नहीं लगी है। माता-पिता की हत्या करने वाला पुत्र हथियार कहां से लाया था इसका पता नहीं चला।
सूत्रों का कहना है कि चुनाव से पहले के दौर में झज्जर के दो युवकों की निशानदेही पर दादरी से हथियार मिलने तथा लगातार दो दोहरे हत्याकांड में अवैध हथियार के इस्तेमाल से यह बात साफ हो गई है कि आपराधिक तत्व बड़े पैमाने पर हथियार यहां छिपाकर रख सकते हैं। चुनाव के दौरान गड़बड़ी की आशंका से इनकार भी नहीं किया जा सकता है।
उधर, पुलिस का काम देखा जाए जो गिरोह पकड़े गए उनमें 21 बदमाश गिरफ्तार किए गए। इनसे 11 पिस्तौल व दो चाकू, 27 कारतूस मिले। इनके अलावा जो 66 मामले आर्म्स एक्ट के दर्ज किए गए। इन सारे मामलों में 63 पिस्तौल, एक चाकू तथा 59 कारतूस मिले। ये सारे हथियार अवैध थे। जाहिर है कि अवैध हथियार जिले की सीमा में मौजूद हैं और पुलिस कुछ नहीं कर पा रही है। बहराणा गांव में हथियारों के कारखाने पकड़े जाने के पहले भी कई मामले हैं। वहां अभी तक इस तरह का काम होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।
पुलिस प्रवक्ता का कहना है कि लगातार नाके लगतार कोशिश चल रही है कि अवैध हथियारों को जिले की सीमा में प्रवेश न करने दिया जाए। जो हथियार भीतर मौजूद हो सकते हैं उन तक पहुंचने के लिए मुखबिरों के सहारे लगातार छापामार कार्रवाई चल रही है।