रोडवेज की अनिश्चित कालीन हड़ताल जारी
जागरण संवाददाता, झज्जर :
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल दूसरे दिन भी निरंतर जारी रही। वहीं परिवहन मंत्री आफताब अहमद के साथ करनाल में महासंघ के पदाधिकारियों की हुई बैठक पर भी कर्मचारियों की नजरें टिकी रही। इस बैठक में कोई निर्णय न होने के कारण एक बार फिर से महासंघ व अन्य यूनियनों ने हड़ताल अनिश्चित काल तक चलाने की घोषणा कर दी है। इस यूनियनों ने कड़ा रूख अपना ते हुए कहा है कि जब तक सरकार नई परिवहन नीति को वापस नहीं लेगी और 3519 निजी रूट परमिटों को वापस नहीं लेगी उस समय तक हड़ताल जारी रहेगी।
शनिवार को सुबह करीब दस बजे जब झज्जर में कैथल में हुई घटना की सूचना मिली उस समय ही सभी रोडवेज के कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी थी। उसके बाद रविवार को भी हड़ताल जारी रही। रोडवेज के कर्मचारी करनाल में परिवहन मंत्री के साथ हुई बैठक के निर्णय का इंतजार करते रहे कि वहां से क्या निर्देश आते हैं हड़ताल जारी रखनी है या फिर समाप्त करनी है, लेकिन दोपहर बाद वहां से बातचीत सिरे न चढ़ने का ही संदेश आया और हड़ताल समाप्त नहीं की गई। जिले में बसों के पहिए रविवार को भी थमे रहे।
यात्रियों को झेलनी पड़ी परेशानी
रोडवेज की हड़ताल के चलते यात्रियों को भी काफी परेशानियों का सामाना करना पड़ा। उन्हें परिवहन समिति की बसों व अवैध वाहनों का ही सहारा लेने पर मजबूर होना पड़ा। परिवहन विभाग करी बसें खचाखच भरी हुई चलती दिखाई दी। वहीं अवैध वाहनों में भी यात्रियों की भरमार रही। इतना ही नहीं जिन लोगों को जरूरी कार्यो से बाहर जाना था। उन लोगों ने या तो अपने निजी वाहनों का प्रयोग किया या फिर टैक्सी स्टैंडों से गाड़ियां किराए पर लेकर अपने गंतव्यों तक पहुंचना पड़ा।
एडीसी पहुंचे स्थिति का जायजा लेने
रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर अतिरिक्त उपायुक्त जगदीश शर्मा, डीएसपी अनूप सिंह व रोडवेज के जीएम एनके गर्ग दोपहर से पूर्व सामान्य बस स्टैंड पहुंचे उन्होंने यूनियनों के पदाधिकारियों से भी बातचीत की। पदाधिकारियों ने उनको कहा कि सरकार परिवहन विभाग का निजीकरण करना चाहती है। जब तक सरकार नई परिवहन नीति को वापस नहीं लेती है। उस समय तक वे हड़ताल जारी रखेंगे। वे शांति पूर्ण ढंग से हड़ताल कर रहे हैं। सभी कर्मचारी बस स्टैंड में मौजूद हैं। जब भी स्टेट बाडी से हड़ताल समाप्त करने के निर्देश आएंगे उसके बाद हड़ताल समाप्त कर दी जाएगी।
बॉडी सेक्शन में खड़ी बसों को डिपो में भेजे सरकार
रोडवेज यूनियन के डिपो अध्यक्ष रामफल सिंह कादियान का कहना है कि गुड़गांव के बॉडी सेक्शन में हजारों की संख्या में बसें खड़ी हैं। इन बसों को भी सरकार अगर डिपूओं में भेज कर रोड पर चलाए तो भी हरियाणा में काफी हद तक स्थिति में सुधार आ जाएगा। उनका कहना है कि अगर सरकार इन बसों को चलाएगी तो कर्मचारियों की भर्ती भी करनी पड़ेगी। जिससे युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। लेकिन सरकार ऐसा नहीं करना चाहती है।
बस स्टैंड में नहीं घुसने दी निजी बसें
हरियाणा रोडवेज की हड़ताल के दौरान कर्मचारियों ने परिवहन समिति की बसों को सवारी भरने के लिए बस स्टैंड में नहीं घुसने दिया। परिवहन समिति की बसों ने छिकारा चौक व बस स्टैंड के पीछे अपनी बसें खड़ी कर सवारियां बसों में बैठाई और इन स्थानों पर ही सवारियों को उतारा।
नहीं सिरे चढ़ी बात : धनखड़
हरियाणा रोडवेज महासंघ के प्रदेश महा सचिव वीरेंद्र सिंह धनखड़ का कहना है कि परिवहन मंत्री के साथ रोडवेज यूनियनों की बात सिरे नहीं चढ़ पाई है। यूनियनें अपने स्टैंड पर हैं। सरकार जबतक उनकी बातों को नहीं मानेगी उस समय तक हड़ताल समाप्त नहीं करेंगे अंजाम चाहे कुछ भी हो। उनका कहना है कि अगर सरकार ने अपनी हठधर्मिता नहीं छोड़ी तो प्रदेश में अभी पहिया जाम किया है। अब पेन और पहिया दोनों जाम करेंगे।
प्रदेश की तीनों यूनियनें लामबद्ध हैं। एडीसी व एसडीएम सहित आला अधिकारियों को यूनियनों के पदाधिकारियों से बात करने के लिए भेजे थे। कर्मचारियों ने आश्वासन दिलाया है कि प्रदेश में एक भी बस चल जाएगी तो दूसरी बस झज्जर की चलेगी। अभी परिवहन मंत्री के साथ दोबारा से यूनियनों की बैठक हो रही है। शायद इसमें कोई निर्णय हो जाए। फिलहाल परिवहन समिति की बस ही चल रही हैं। रोडवेज की सभी बस बंद हैं।
-डॉ. चंद्र शेखर
जिला उपायुक्त, झज्जर।