एलबेंडाजोल की गोली से 9 छात्राओं की बिगड़ी तबियत
जागरण संवाददाता, झज्जर : दुल्हेड़ा गांव के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में उस समय हड़कंप मच गया। जब छात्राओं को खिलाई गई पेट के कीड़े मारने की एलबेंडाजोल की गोली खिलाने से 9 छात्राओं की तबियत बिगड़ गई। छात्राओं की बिगड़ी हालत देखकर उन्हे स्कूल के शिक्षकों ने उसी समय उपचार के लिए झज्जर सिविल अस्पताल पहुचाया। जहा उन्हे उपचार मुहैया कराने के बाद छुट्टी दे दी गई। छात्राओं को पेट के कीडे़ मारने वाली दवाई खिलाने के लिए बहादुरगढ़ से आई स्वास्थ्य विभाग की टीम ने वितरित की थी। वहीं विभाग की टीम ने दवाईयों के पांच सेंपल भरे हैं।
जानकारी अनुसार कुछ ही दिन पूर्व जिला स्वास्थ्य विभाग ने जिलाभर में स्कूली बच्चों को उनके पेट के कीडे़ मारने की दृष्टिगत एलबेंडाजोल दवाई खिलाने का अभियान शुरू किया हुआ है। इसी अभियान के तहत ही बृहस्पतिवार को बहादुरगढ़ से आई स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इसी दवाई को छात्राओं को खिलाने के लिए शिक्षकों को दिया था। बताया जाता है कि स्वास्थ्य विभाग की इसी टीम द्वारा दी गई एन्वेंडाजोल की दवाई को जब दुल्हेड़ा के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं को खिलाया गया तो उनमें से 9 छात्राओं की हालत बिगड़नी शुरू हो गई। स्कूली छात्राओं की माने तो दवाई लेते ही कई छात्राओं को उल्टिया शुरू हो गई जबकि कई छात्राओं को पेट दर्द व सिर में दर्द होने के साथ-साथ उन्हे चक्कर आने शुरू हो गए। बाद में जब इस मामले का पता स्कूल के शिक्षकों व स्वास्थ्य विभाग की टीम को लगा तो टीम ने तुरंत एंबुलेंस मंगवाकर छात्राओं को सामान्य अस्पताल में पहुंचाया। अस्पताल में कुछ समय उपचार मुहैया कराने के बाद जब इन छात्राओं की हालत ठीक हो गई तो उन्हे अस्पताल प्रबंधन ने छुट्टी दे दी। छात्राओं में 12वीं कक्षा की छात्रा ज्योती पुत्री सतपाल, 7वीं कक्षा की छात्रा अंशु पुत्री कृष्ण, छठी कक्षा की छात्रा प्रिया पुत्री राजेश, नीतू पुत्री राजेन्द्र, राखी पुत्री राजेश, नेहा पुत्री नरेश, नामिका पुत्री बिजेंद्र, मोनिका पुत्री आजाद व नेहा पुत्री सुरेश शामिल है। जैसे ही इस बारे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जानकारी मिली तो विभाग के अधिकारियों में भी हड़कंप मच गया। विभाग के सभी अधिकारी सामान्य अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में पहुंच गए थे।
सिविल सर्जन डॉ. रमेश धनखड़ का कहना है कि छात्राओं की हालत एलबेंडाजोल खाने से ही बिगड़ी है लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इन छात्राओं को खाना खाने के बाद ही इन गोलियों को दिया गया था जिसके बाद ही कुछ को उल्टिया शुरू हुई थी। लेकिन दवाई में किसी भी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट होने से उन्होंने साफ इंकार किया। उन्होंने कहा कि एलबेंडाजोल के खाने से कई बार इस प्रकार की दिक्कतें आ जाती है लेकिन इस दवाई से खत्तरे वाली बात नहीं है। उन्होंने कहा कि दुल्हेड़ा के सरकारी स्कूल में केवल दो छात्राओं को ही थोड़ी बहुत उल्टियां हुई थी जोकि बाद में ठीक हो गई।
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दवाईयों के भरे पांच सेंपल
डीसीओ राकेश दहिया का कहना है कि सेंट्रल स्टोर से पांच दवाईयों के सैंपल भरे हैं। इनमें तीन इसी बैच की दवाईयों व दो आयरन की दवाईयों के सैंपल भी भरे गए हैं। इनको जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा।