खिलाड़ियों ने भुगता स्कोरिग सिस्टम का खामियाजा : कोच
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : कामनवेल्थ खेलों में कांस्य पदक हासिल करने वाले मंदीप और पिंकी जागड़ा का स्वदेश वापसी पर मंगलवार को शहर में जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान दोनों खिलाड़ी और उनके कोच पत्रकारों से भी रूबरू हुए।
खिलाड़ी पिंकी जागड़ा के कोच अनूप कुमार ने कहा कि दोनों ने पहली बार कामनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लिया। उत्कृष्ट प्रदर्शन कर देश की झोली में मेडल डाले। दोनों खिलाड़ी बहुत मेहनती है, इस बार जो कमिया रह गई, उन्हे दूर करेगे। पिंकी ने अपने भारवर्ग (51 किलो) में चार बार नेशनल चैंपियन बन चुकी है। अब तक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में काफी मेडल जीत चुकी है। पिंकी ने देश की अनुभवी खिलाड़ी मैरिकोम को ट्रायल में हराकर कामनवेल्थ में प्रवेश किया था। कोच हेमलता सबरवाल ने कहा कि खिलाड़ियों ने प्रतिद्वद्वी खिलाड़ियों को अच्छी फाइट दी। मंदीप ने चार देशों के खिलाड़ियों को हराया, मगर फाइनल में इंग्लैंड के खिलाड़ियों से हार गए और गोल्ड से चूक गए। दोनों कोचों ने कहा कि हमारे बॉक्सर ने बेहतरीन खेल दिखाया। मगर स्कोरिग सिस्टम सही नहीं था। यदि स्कोरिग सही होती तो शायद परिणाम कुछ और होते। कोच अनूप ने कहा कि इस तरह के स्कोरिग सिस्टम से यूरोपियन देशों के खिलाड़ियों को फायदा मिलता है और हमारे यहा के खिलाड़ियों को काफी नुकसान होता है।