धूमधाम से मनाया शिवरात्रि का त्योहार
जागरण संवाददाता, झज्जर : श्रावण मास को शिवरात्रि का त्योहार जिलेभर में धूमधाम से मनाया गया। मध्यरात्रि को ही आरती के साथ जिले के साथ लगते बाघेश्वर धाम व बिरधाना गांव के प्राचीन शिव मंदिरों के कपाट खोल दिए थे। दोनों मंदिरों में सैंकड़ों वर्ष पूर्व जमीन से प्राकृतिक रूप से निकले हुए शिवलिंग विराजमान हैं। सबसे अधिक कावड़ बाघेश्वर धाम में चढ़ाई जाती हैं। इस मंदिर में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए आते हैं। वहीं हजारों की संख्या में कांवड़िये भी हरिद्वार से गंगाजल लेकर आते हैं और भगवान शिव के पवित्र शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं। श्रावण मास की शिव रात्रि के अवसर पर व महाशिवरात्रि के अवसर पर वर्ष में दो बार मेले भी लगते हैं। इस बार भी नवमीं से ही इस मंदिर में जलाभिषेक शुरू हो गया था। शिवरात्रि के दिन मंदिर में भीड़ अधिक होने के कारण काफी संख्या में कांवड़ एकादशी को ही चढ़ा दी जाती हैं। बृहस्पतिवार की रात को ही मंदिर में श्रद्धालु पहुंचने शुरू हो गए थे। दिन भर बाघेश्वर धाम व बिरधाना के शिव मंदिरों में दिन भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। वहीं जिलेभर के शिव मंदिरों में भी जलाभिषेक व पूजा-अर्चना की। महिलाएं, बच्चे व पुरूषों ने भी शिवरात्रि का व्रत रख भगवान शिव के मंदिरों में जलाभिषेक कर मन्नतें मांगी। बड़ी संख्या में मंदिरों में कांवड़ भी चढ़ाई गई। हरिद्वार से बड़ी संख्या में डाक कांवड़ों का आगमन भी एकादशी से ही शुरू हो गया था। दिन रात डाक कावड़ों के आने का सिलसिला जारी रहा। शहर के बाबा प्रसाद गिरी मंदिर, सिलानी गेट के सेठों वाले प्राचीन मंदिर, बेरी गेट शिव मंदिर, छावनी मोहल्ले के शिव हनुमान मंदिर के अलावा शहर के सभी मंदिरों में दिन भी पूजा अर्चना का दौर जारी रहा। महिलाएं सुबह ही सजधज कर टोलियों में मंगल गीत गाती मंदिरों में आती जाती दिखाई दी। शिवरात्रि पर्व के साथ ही कावड़ियों की सेवा व सहयोग के लिए लगाए गए कांवड़ सहायता शिविर भी संपन्न हो गए हैं।
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मेले में जमकर की खरीदारी
बिरधाना व बाघेश्वर धाम में लगे मेलों में महिलाओं व बच्चों ने भी जमकर खरीदारी की। बच्चों ने मेले में खाने पीने की चीजों का आनंद लिया वहीं खिलौनों की भी खरीदारी की। महिलाओं ने भी अपने श्रंगार व घरेलू साज-सज्जा के सामान की खरीदारी भी की।
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भंडारों का किया आयोजन
बागौत व बिरधाना के शिव मंदिरों में भंडारों का भी आयोजन किया गया। इनके अलावा शहर में भी शिवरात्रि पर्व पर भंडारों का आयोजन किया गया। इनमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।