तनाव से मुक्ति का सबसे अच्छा साधन है भ्रामरी प्राणायाम : वत्स
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : शहर के रेलवे रोड पर स्थित बालाजी मंदिर में योग शिविर के दौरान योगनिष्ठ सत्यपाल वत्स ने साधकों को भिन्न-भिन्न आसन कराए। उन्होंने भ्रामरी प्राणायाम को सिखाते हुए उपस्थित साधकों से कहा कि प्रतिस्पर्धा के दौर में हर व्यक्ति को अपने काम के अलावा भविष्य की योजनाओं का अतिरिक्त दबाव रहता है। इस तनाव व कुंठा से छुटकारा पाने में भ्रामरी प्राणायाम काफी फायदेमंद रहता है। इस प्राणायाम के करने से जहां मानसिक तनाव दूर होता है वहीं इससे दिलोदिमाग को ताजगी मिलती है।
उन्होंने योग की महत्ता पर भी प्रकाश डाला। योग साधना द्वारा अनेक बीमारियों से बचा जा सकता है। भ्रामरी प्राणायाम करने से तनाव व कुंठा से छुटकारा पाया जा सकता है। इस व्यायाम से न केवल मानसिक तनाव दूर होता बल्कि शरीर व दिमाग तरोताजा होता है। उन्होंने योग की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि योग में असीम शक्ति है। भ्रामरी प्राणायाम करने से मन की चंचलता दूर होती है और इंसान में इच्छाओं पर नियंत्रण करने की क्षमता भी विकसित होती है। योग जीवन को सुखमय बनाता है। आमतौर पर जो व्यक्ति योग से जुड़ा होता है उसकी सोच सकारात्मक होती है। उन्होंने कहा कि योग साधना एक मात्र ऐसा विकल्प है। इससे बिना दवा के निरोगी रह सकते हैं। योग को अब पूरे विश्व में मान्यता मिल चुकी है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग साधना बहुत ही सरल पद्धति है तथा इसे अपनाने के लिए किसी प्रकार का धन भी नहीं खर्च करना पड़ता है।