बदलते मौसम में रखे आंखों का ख्याल
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : बदलता मौसम बीमारियां साथ लेकर आता है। आंखें भी इस मौसम के प्रभाव से अछूती नहीं रहती। इस मौसम की प्रमुख बीमारी बैक्टीरियल और फंगल है। इसमें आंखें लाल होने के साथ-साथ जलती सी रहती है।
बदलते मौसम के साथ फैलने वाली यह बीमारी मौसम में उमस व नमी के कारण फैलती है। इस बीमारी के साथ-साथ इस मौसम में लोगों की आंखों में दर्द होने लगता है। इन बीमारियों के कारणों व बचाव के तरीकों के बारे में संजीवनी अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अमित गुप्ता ने कहा कि बदलते मौसम में गर्मी व उमस के कारण वातावरण में जीवाणुओं की संख्या बढ़ जाती है। इनके बढ़ने से वायु दूषित हो जाती है। आंख की ज्यादातर बीमारियां इसी दौर में होती हैं। अधिक तापमान एवं उमस से आंखों में पसीना आता है। जिससे आंखों में विकार पैदा होता है। आंखों में नमी की कमी के कारण ही यह बीमारी फैलती है। उन्होंने कंजेक्टिवाइटिस के लक्षणों के बारे में बताया कि इसमें एक या दोनों आंखें लाल हो जाती है और आंखों में अत्यधिक पानी आने लगता है। इसमें आंखें चिपकने लगती है और पलकों में सूजन आ जाती है। साथ ही आंखों में दर्द व खुजली की शिकायत भी होती है। साथ ही धुंधला-धुंधला सा नजर आने लगता है और आंखों में पानी आना शुरू हो जाता है। यदि आंखों में ज्यादा सूजन हो तो एंटीबायोटिक का प्रयोग करना चाहिए। मगर वो भी चिकित्सक के निर्देश अनुसार ही करना चाहिए।
कैंप में अब तक 200 मरीजों की जाच
संजीवनी अस्पताल में नेत्र रोगों की जाच के लिए लगाए गए दस दिवसीय कैंप में दो दिन के अंदर 200 मरीजों की जाच की गई है। डॉ. गुप्ता ने बताया कि बारिश के मौसम में आखों में ज्यादा बीमारिया फैलती है। इसके लिए जरूरी है कि आखों को अच्छी तरह साफ किया जाए। हरी सब्जी और फलों का सेवन ज्यादा करे।