जेल में अब नहीं होगी अभियुक्तों की शिनाख्त परेड
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़
पिछले दिनों सेक्टर-नौ ए में एक निर्माणाधीन मकान के चौकीदार की हत्या की वारदात में गिरफ्तार किए गए अभियुक्त ने अदालत के अंदर खुद की जेल में शिनाख्त परेड में इकार कर दिया है। ऐसे में अदालत ने पुलिस की इस अर्जी को खारिज कर दिया। बाद में आरोपी को पूछताछ के लिए दो दिन के रिमाड पर जरूर सौंपा गया है। इसी वारदात का दूसरा आरोपी नाबालिग निकला। उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया
दरअसल सेक्टर-9 ए में निर्माणाधीन मकान नंबर 3975 में मध्यप्रदेश का मूल निवासी 46 वर्षीय पूर्ण लाल पुत्र भलूराम राम रात के समय चौकीदारी करता था। दिन में वह यहा पर ही मजदूरी का कार्य करता था। पिछले सोमवार की रात दो हमलावर मकान की दीवार फाद कर अंदर घुसे और पूर्ण लाल पर लकड़ी से हमला कर दिया था। बाद में उकसा गला रेत डाला था। इस दौरान पूर्ण लाल के साथ सो रहा उसका बेटा प्रमोद जाग गया था। हमलावरों ने उसे भी मारने की कोशिश की थी, लेकिन वह शोर मचाता हुआ बाहर की तरफ भाग खड़ा हुआ था। इसके बाद हमलावर फरार हो गए थे। सप्ताह भर की जाच के बाद पुलिस ने इस मामले में दीपक नाम के अभियुक्त को पकड़ा। वह बिहार के मधुबनी जिले का रहने वाला है। जबकि वारदात का दूसरा आरोपी योगेश है। वह शहर का ही रहने वाला है और नाबालिग है। पहले पुलिस ने आरोपी दीपक के नाम और पहचान को गुप्त रखा था। पुलिस की कोशिश यह थी कि मृतक के बेटे से अभियुक्त की जेल के अंदर शिनाख्त परेड कराई जाए ताकि यह साफ हो जाए कि दीपक ही असल मुजरिम है लेकिन सोमवार को अदालत में पेशी के दौरान पुलिस की यह दलील धरी रह गई। खुद आरोपी ने शिनाख्त परेड से इकार कर दिया। ऐसे में कानूनी तौर पर अदालत ने भी पुलिस की इस अर्जी को अस्वीकार कर दिया। उसके बाद पुलिस ने रिमाड के लिए अर्जी दाखिल की तो उस पर दो दिन की स्वीकृति देते हुए आरोपी को पूछताछ के लिए हिरासत में भेज दिया गया।