सीएम का ओएसडी बता पुलिस में भर्ती कराने का झांसा देकर दो युवकों से 12 लाख ठगे
कांस्टेबल लगवाने के नाम पर 12-12 लाख रुपये मांगे। कहा था कि 6-6 लाख रुपये एडवांस देने होंगे। उन्होंने 28 दिसंबर 2018 को प्रवीण को 12 लाख रुपये दे दिए मगर लिस्ट में नाम नहीं आया
हिसार, जेएनएन। पुलिस विभाग में कांस्टेबल भर्ती कराने का झांसा देकर आरोपितों ने दो युवकों से 12 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीडि़तों की शिकायत पर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। जींद के पिल्लूखेड़ा की अनाज मंडी के आढ़ती राममेहर शर्मा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनकी दुकान के पास जयभगवान ङ्क्षसगला की आढ़त की दुकान है।
जयभगवान का भानजा नरवाना निवासी पवन भी आता-जाता रहता है। पवन हिसार के प्रवीण गर्ग को साथ लेकर उनकी दुकान पर कई बार आया था। पवन ने प्रवीण का परिचय कराते हुए कहा था कि इनकी ऊपर तक पहुंच है और कई नेताओं के साथ उठना बैठना है। ये कई लड़कों को सरकारी नौकरी पर लगवा चुके हैं। राममेहर शर्मा ने कहा कि उसके बेटे प्रदीप और एक दोस्त के भानजे आलोक ने नवंबर 2018 में हरियाणा पुलिस के सिपाही पद का फार्म भर रखा था।
इसके बाद वह जयभगवान और पवन के साथ 25 दिसंबर 2018 को हिसार में आया था। प्रवीण ने दोनों लड़कों को कांस्टेबल लगवाने के नाम पर 12-12 लाख रुपये मांगे। उसने कहा था कि 6-6 लाख रुपये एडवांस देने होंगे। उन्होंने 28 दिसंबर 2018 को यहां रेड स्कवेयर मार्केट में प्रवीण को 12 लाख रुपये दे दिए थे। राममेहर शर्मा ने जब गारंटी मांगी तो प्रवीण ने 1 मई 2019 तारीख के छह-छह लाख रुपए के दो चेक उसे दे दिए। मगर परिणाम में दोनों लड़कों का नाम लिस्ट में नहीं था।
इसके बाद प्रवीण ने उनको दिल्ली में 10 जनपथ पर बुलाया। वहां उसके साथ एक और आदमी था। उस आदमी ने खुद को सीएम का ओएसडी बताकर एक फर्जी लिस्ट में दोनों का नाम वेङ्क्षटग में होना बताया था। साथ ही कहा था कि दोनों का नाम 10 मई तक लिस्ट में आ जाएगा, मगर ऐसा नहीं हुआ। शिकायतकर्ता ने कहा कि प्रवीण ने अब रकम देने से साफ इन्कार कर दिया है। एचटीएम थाना पुलिस ने तीन नामजद समेत चार के खिलाफ केस दर्ज किया है।