आपने शायद ही देखी हो इतनी बड़ी चप्पल, सांसद बता रहे 4 हजार साल पुराना है इतिहास
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि चुनाव चिह्न चप्पल जो उनको मिला है उसको हर वर्ग के लोग पहनते हैं। कोई भी व्यक्ति चश्मे से बच जाए कमल उसको दिखाए न दे लेकिन चप्पल के बगैर नहीं रह सकता।
हिसार, जेएनएन। पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल के पौत्र व इनेलो पार्टी से अलग हो नई पार्टी बनाने वाले जेजेपी के नेता सांसद दुष्यंत चौटाला ने उन्हें मिले चप्पल के चुनाव निशान पर चुटकी ली। चप्पल चुनाव निशान को लेकर लोग सोशल मीडिया पर भी खूब टिप्पणी कर रहे हैं। दुष्यंत चौटाला भी चप्पल चुनाव निशान पर अलग ही तरीकों से बयान दे रहे हैं।
चौटाला ने कहा कि चुनाव चिह्न चप्पल जो उनको मिला है उसको हर वर्ग के लोग पहनते हैं। कोई भी व्यक्ति चश्मे से बच जाए, कमल उसको दिखाए न दे लेकिन चप्पल के बगैर नहीं रह सकता। हमने चार फुट की चप्पल भी बनवाई है। वह पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक ले रहे थे। इस दौरान लोकसभा चुनाव को कैसे जीतें इसके बारे में कार्यकर्ताओं से सुझाव भी लिए। इस दौरान दुष्यंत को कार्यकर्ताओं ने पार्टी का निशान चप्पल भी भेंट की। उन्होंने कहा हिसार से चुनाव कौन लड़ेगा यह किसी के मन में शक है उसे निकाल दें। अब कोई भी यह सवाल उनसे आगे न पूछे।
सांसद ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उनको जो चुनाव निशान मिला है वह उसको ताऊ देवीलाल की खड़ाऊ मान कर आगे बढ़ें। लोकसभा चुनाव में 54 दिन बचे हैं। कार्यकर्ताओं को लोगों को साथ जोडऩे के काम पर लग जाना चाहिए। कार्यकर्ताओं को चाहिए कि वह एक बूथ दस यूथ का नारा देते हुए गांव में जुट जाए। कांग्रेस नेताओं की बात पर कटाक्ष करते हुए दुष्यंत ने कहा कि उनकी पार्टी के लोग तो चप्पल-चपली नहीं होंगे लेकिन एक साथ गाड़ी में बैठे सभी कांग्रेस अवश्य थप्पड़ थप्पड़ हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव में नैना चौटाला के भी कार्यक्रम करवाएं जाएंगे।
गांव के चौकीदार की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर करें जारी
चौटाला ने कहा कि सभी कार्यकर्ता गांव के चौकीदारों की वीडियो बनाए। उनका हाल बताते हुए सोशल मीडिया पर डाले। जो सरकार तीन हजार तनख्वाह देने के साथ साइकिल और टार्च नहीं दे सकी वह खुद को चौकीदार बता रहे हैं। नारनौंद के तो कैप्टन अभिमन्यु चौकीदार लिखने के बाद कैप्टन हटाना लगते भूल गए।
जब नहीं डाली चप्पल
सांसद चौटाला ने मंच से जूता डाल कर आए कार्यकर्ताओं को चुनाव चिह्न चप्पल डाल कर जाने का आह्वान किया। इसको लेकर 500 जोड़ी चप्पल मंगवाई भी गई थी। लेकिन लोग चप्पल लेने के बाद उनको हाथ में उठा कर ले गए।
चप्पल का चार हजार साल पुराना इतिहास, निशान में कोई बुराई नहीं
सांसद दुष्यंत चौटाला ने कहा कि चप्पल का चार हजार साल पुराना इतिहास रहा है। श्रीराम के वनवास जाने के बाद उनके भाई ने खड़ाऊ को गद्दी पर रखकर राज चलाया था। यह न केवल घर में काम आती है बल्कि गंदगी और कांटों के दर्द से भी बचाव करती है।
उन्होंने कहा कि पार्टी की तरफ से चप्पल के निशान लेने के लिए लिस्ट में 9वें नंबर पर रखा था। पहले नंबर चाबी, दूसरे में सीटी, चारपाई, सिलाई मशीन आदि निशान थे। लेकिन जब उनके पास मोबाइल पर चिट्ठी आई तो चुनाव निशान देकर हैरान रह गए। बीस मिनट तक वह सोचते ही रहे। लेकिन इस चप्पल के निशान में कोई बुराई नहीं है। उन्होंने कहा की वह इस चप्पल को चप्पे चप्पे तक पहुंचाने का काम करेंगे।
बरवाला में शहीदी दिवस लोस का ट्रेलर
जेजेपी की तरफ से 23 मार्च को बरवाला में बनाए जाने वाले शहीदी दिवस कार्यक्रम को सांसद दुष्यंत चौटाला ने लोकसभा चुनाव का पहला ट्रेलर कहा। चौटाला ने कहा कि पांच दिन बचे है जिसमें होली का त्यौहार भी हैं। मगर सभी लोग शहीदी दिवस के कार्यक्रम के लिए लगे रहे।