हड़ताल से परेशान स्वर्णकार बन गया वाहन चोर
हिसार में एक ऐसे मामले का खुलासा हुआ है कि हड़ताल से परेशान एक स्वर्णकार वाहन चोर बन गया। इसे यहा दबोच लिया गया
जागरण संवाददाता, हिसार : देशभर में लंबे समय तक चली सराफा हड़ताल के कारण पड़े आर्थिक बोझ से उबरने के लिए दिल्ली का एक स्वर्णकार अच्छा खासा कारोबार भूलकर वाहन चोर गिरोह में शामिल हो गया। काम, चोरी की गाडिय़ां ऑन डिमांड डिलीवर करना था। तय हुआ कि एक गाड़ी सुरक्षित डिलीवरी करने पर पंद्रह हजार रुपये मिलेंगे। इसी लालच में युवा अश्विनी कारोबारी से शातिर चोर बन गया।
सीआइए टू ने बताया कि दिल्ली से अन्य राज्यों में फैले इस गिरोह का पर्दाफाश हिसार में चोरी की गाड़ी बेचने आए अश्विनी को दबोचने पर हुआ। उसके साथ गिरोह का सरगना भी पकड़ लिया गया। दिल्ली के उत्तम नगर निवासी अश्विनी ने बताया कि वह उत्तम नगर में सुनार की दुकान करता था। स्वर्णकारों की हड़ताल ने उसका कारोबार पूरी तरह से ठप कर दिया।
उसने बताया कि घर खाली बैठने के एक दो दिन बाद उसकी मुलाकात उत्तमनगर के मोहन गार्डन के सुरेश उर्फ राज व संदीप से हुई। दोनों ने उसे चोरी की गाड़ी डिलीवर करने पर पंद्रह हजार रुपये देने का वादा किया। कहा कि हिसार ऑटो मार्केट में एक व्यक्ति को गाड़ी डिलीवर करनी है।
सफारी के साथ दबोचा
पुलिस के अनुसार अश्विनी सफारी लेकर ऑटो मार्केट में डिलीवर करने आ रहा था। जब अश्विनी गाड़ी के साथ बरवाला चुंगी पहुंचा तो पुलिस ने उसे गाड़ी के साथ दबोच लिया।
दो मंजिला इमारत से कूद गए आरोपी
पुलिस के अनुसार अश्विनी ने उत्तम नगर, मोहन गार्डन के सुरेश उर्फ राज व संदीप के बारे में सारी जानकारी दी। सीआइए टू की टीम दिल्ली के लिए रवाना हो गई। जब मोहन गार्डन स्थित एफ 67 पहुंचे तो खुद को पुलिस से घिरा देखकर दोनों आरोपी चार मंजिला बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर चढ़ गए। इसके बाद साथ लगती दो मंजिला भवन की छत पर कूद गए जिससे वह घायल हो गए और भागने में नाकाम रहे।
पुलिस ने दोनों से पूछताछ की तो कई राज खुलकर सामने आए। पुलिस ने उनके पास से दो होंडा सिटी, एक एस्टीम, एक सफारी व बुलेट बरामद की है। बुलेट सोनीपत के किसी व्यक्ति की है जो दिल्ली से चोरी हुई थी।
दो आरोपी चलाते थे दिल्ली में कैब कॉल सेंटर
गिरोह चलाने वाले दो युवक सुरेश उर्फ राज व संदीप पिछले एक साल से दिल्ली में कैब कॉल सेंटर का काम कर रहे हैं। सुरेश कॉल सेंटर संभालता है , जबकि संदीप ड्राइवर है। उन्होंने बताया कि नकली चाबी की मदद से वह गाडिय़ां चोरी करते थे। जिनको देश के अलग-अलग हिस्सों में सप्लाई किया जाता था।