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उम्र को मात दे रहे है 80 वर्षीय चौधरी हरिराम बैनीवाल

फोटो संख्या : 281 संवाद सहयोगी, हिसार : एथलेटिक्स गेम्स में पड़ोसी के कीर्तिमान को देख 80 वर्षीय च

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Feb 2017 10:21 PM (IST)Updated: Tue, 28 Feb 2017 10:21 PM (IST)
उम्र को मात दे रहे है 80 वर्षीय चौधरी हरिराम बैनीवाल
उम्र को मात दे रहे है 80 वर्षीय चौधरी हरिराम बैनीवाल

फोटो संख्या : 281

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संवाद सहयोगी, हिसार : एथलेटिक्स गेम्स में पड़ोसी के कीर्तिमान को देख 80 वर्षीय चौधरी हरिराम बैनीवाल में कुछ इस कदर जुनून आया कि वे भी मेडल पाने की होड़ में जी - तोड़ मेहनत में लग गए। उसके बाद तो उन्होंने एक के बाद एक मेडल की झड़ी लगा दी। बस उनको एक दर्द सताने लगा कि सरकार की ओर से विजेता खिलाड़ियों को दी जाने वाली राशि अभी तक उनको नसीब नहीं हो पाई है। सरकारी दफ्तरों से लेकर जिला खेल अधिकारी के दरबार तक उन्होंने मदद स्वरूप राशि के लिए कई बार गुहार लगाई, मगर नतीजा परेशानी के अलावा कुछ भी नहीं मिला।

हैदराबाद स्थित गांव तेलगांना के जेएमसी बाल योगी स्टेडियम में पांच दिवसीय 38 वां नेशनल मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप आयोजित की गई। जिसमें 80 वर्षीय चौधरी हरिराम बैनीवाल को 1600 व 400 मीटर की रिले रेस में रजत व कांस्य पदक से नवाजा गया। इसके अलावा उन्होंने 400 मीटर की रेस में बेहतरीन स्थान प्राप्त कर फाइल में जगह बना दी, जोकि 1.53 सेकेंड में तय की गई। अब वे अप्रैल माह में चाइना में होने वाली मास्टर्स एथलेटिक्स एसियार्ड चैंपियनशिप में भाग लेंगे। लेकिन आर्थिक दशा सुधारने के लिए वे सरकारी विभागों में सहायता राशि के लिए चक्कर काट रहे हैं, मगर सरकार हर बार उनकी सहायता करने की बजाय उनको दरकिनार करने में जुटी हुई है।

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डीएसओ के आश्वासन के बाद भी नहीं मिली सहायता राशि

चौधरी हरिराम बैनीवाल ने बताया कि डेढ़ माह पहले गुरुग्राम स्थित चौधरी देवीलाल स्टेडियम में स्टेट लेवल की एथलेटिक्स गेम्स हुए थे। जिसमें उन्होंने 500 व 800 मीटर की रेस में गोल्ड मेडल प्राप्त किया था। उनके इस जुनून को देख जिला खेल अधिकारी केके खंडेलवाल ने आर्थिक दशा को सुधारने के लिए सहायता राशि देने का आश्वासन भी दिया। लेकिन वो सब मौखिक तौर पर ही सीमित रह गए। अभी तक उन्हें सहायता राशि प्राप्त नहीं हो सकी।

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रोजाना 5 किमी लगाते हैं रेस

चौधरी हरिराम बैनीवाल ने बताया कि वे रोजाना सुबह 4 बजे उठते हैं और पांच किलोमीटर रेस लगाते हैं। सुबह केवल आधा लीटर दूध पीते है। दोपहर आधा लीटर दूध, दही व लस्सी का सेवन करते हैं। शाम को आधा लीटर दूध, दाल व रोटी खाते हैं। उन्होंने बताया कि वे केवल शाकाहारी भोजन करते हैं।

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पड़ोसी सुंदरलाल से मिली प्ररेणा

चौधरी हरिराम ने बताया कि 2015 में गुजवि में 1500 व 800 मीटर की एथलेटिक्स गेम्स हुए। जिसमें उनके पड़ोस में रहने वाले सुंदरलाल ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया। इस गेम्स में उन्होंने स्वर्ण पदक प्राप्त किए। उनके सुंदरलाल से बड़े प्रभावित हुए, बस उसके बाद उन्होंने भी रेस लगानी शुरू कर दी।


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