सब डिविजनों को निजी हाथों में सौंपने का विरोध
जागरण संवाददाता, हिसार : हरियाणा ज्वाइट एक्शन कमेटी पावर के आह्वान पर बिजली निगम की 23 सब डिवीजनों क
जागरण संवाददाता, हिसार : हरियाणा ज्वाइट एक्शन कमेटी पावर के आह्वान पर बिजली निगम की 23 सब डिवीजनों को निजी हाथों में सौंपने के फैसले के खिलाफ हिसार सर्कल के कर्मचारियों ने विद्युत सदन में कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता सर्कल सचिव एएचपीसी वर्कर यूनियन से जगमिंद्र पूनिया ने की व संचालन एचएसईबी वर्कर यूनियन के सर्कल सचिव दलीप सोनी ने किया। इसमें हिसार सर्कल के सैकड़ों कर्मचारियों ने भाग लिया।
ज्वाइट एक्शन कमेटी के वरिष्ठ नेता सतबीर शर्मा, अनिल कौशिक, अजय वशिष्ठ व विजयपाल जाखड़ ने कहा कि बिजली विभाग को 1998 में बोर्ड को तोड़ कर निगम बनाया गया था। उस समय बिजली बोर्ड का घाटा 500 करोड़ रुपये था। उसके बाद बिजली निगम की मैनेजमेंट व सरकारों ने निगम को प्रयोगशाला बनाते हुए ऐसी नीतिया लागू की, जिसकी मार जनता व कर्मचारियों पर पड़ी। इसके कारण निगम का घाटा 500 करोड़ रुपये से बढ़कर 34500 करोड़ रुपये हो गया। 1998 में बिजली का रेट 80 पैसे से लेकर 2.70 रुपये तक थे। नलकूप का कनेक्शन 275 रुपये में मिलता था। वहीं निगम बनने के बाद बिजली का रेट 3 रुपये से बढ़ कर 9 रुपये तक हो गया है। नलकूप कनेक्शन का रेट 2.50 लाख रुपये हो गया। कर्मचारियों की संख्या 50 हजार से घटकर 23 हजार रुपये हो गई। उपभोक्ताओं के बिजली के मीटर बार-बार बदले जा रहे है। हाइपावर परचेज कमेटी द्वारा अनावश्यक सामान बाजार से महगे दामों पर खरीदा जा रहा है। इसके कारण घाटा लगातार बढ़ रहा है। बिजली ज्वाइंट एक्शन कमेटी के आह्वान पर 21 अप्रैल को उपायुक्त के माध्यम से सरकार को ज्ञापन दिया गया था। अब बिजली कर्मचारी आने वाली 11 मई को एक-एक कच्चा व पक्का कर्मचारी मास कैजवुल लीव में बढ़चढ़ कर भाग लेगा। यदि इसके बाद भी सरकार नहीं मानी तो 12 मई को बैठक कर आगे के आदोलन का फैसला किया जाएगा। कार्यकर्ता सम्मेलन को जयदेव गुलिया, जसवंत सिंह, ईश्वर सिंह, धर्मबीर फौगाट, राजकुमार, सतबीर गोस्वामी, राजबीर, रमेश मोर, रामफल शर्मा, फूल कुमार कुंडू, सुभाष गुर्जर, चेलाराम, करतार सिंह, राजेश आसन, सूबे सिंह आदि कर्मचारी नेताओं ने संबोधित किया।