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कीटनाशक के सुरक्षित प्रयोग के बारे में बताया

संवाद सूत्र, मंडी आदमपुर : कृषि विज्ञान केंद्र सदलपुर द्वारा कीटनाशक व उर्वरकों के अनुचित प्रयोग

By Edited By: Published: Wed, 25 Nov 2015 11:03 PM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2015 11:03 PM (IST)
कीटनाशक के सुरक्षित प्रयोग के बारे में बताया

संवाद सूत्र, मंडी आदमपुर :

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कृषि विज्ञान केंद्र सदलपुर द्वारा कीटनाशक व उर्वरकों के अनुचित प्रयोग से बचाने के लिए रविवार को शिविर लगाया गया। केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.सुनील ढाडा ने बताया के कृषि रसायनों के अंधाधुंध प्रयोग से फायदा तो दूर की बात बल्कि उनकी फसलें व जमीन खराब हो रही है तथा मनुष्य-पशुओं का स्वास्थ्य भी दिन प्रतिदिन बिगड़ता जा रहा है। डॉ.अवतार सिंह व डॉ.पवन कुमार ने बताया कि सामान्य बिजाई का समय 25 नवंबर तक है इसके बाद पछेती किस्मों की बिजाई करनी चाहिए तथा दिसंबर के तीसरे सप्ताह के बाद गेहूं की बिजाई लाभकारी नहीं है। जौ की बिजाई सीमित क्षेत्रों में 30 नवंबर तक पूरी कर लेनी चाहिए। बिजाई से पूर्व कीटनाशक व जैविक टीके से उपचार करके ही बिजाई करनी चाहिए। कीट विशेषज्ञ डॉ.नरेंद्र कुमार ने बताया कि सरसों की तना गलन प्रभावित क्षेत्रों में बिजाई के 50 दिन पूरा होने पर 0.1 बाविस्टीन का छिड़काव जरुर करे तथा 20 दिन बाद दोबारा दोहराए। डॉ. सतबीर कुंडू ने भी बागवानी विषय पर अपने विचार रखे।


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