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जामनीखेड़ा में मुजादपुर से भी बदतर हालात, एक हजार लड़कों के अनुपात में 222 लड़किया

-हासी उपमंडल के चार गावों के लिंगानुपात सामने आने पर उड़ी प्रशासन की नींद - खेड़ा रागड़ान में 333 व ब

By Edited By: Published: Wed, 01 Jul 2015 10:20 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jul 2015 10:20 PM (IST)
जामनीखेड़ा में मुजादपुर से भी बदतर हालात, एक हजार लड़कों के अनुपात में 222 लड़किया

-हासी उपमंडल के चार गावों के लिंगानुपात सामने आने पर उड़ी प्रशासन की नींद

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- खेड़ा रागड़ान में 333 व बास खुर्द में 425 तक पहुचा आकड़ा

- इन गावों में प्रशासन बड़ा जागरूकता अभियान चलाने की तैयार में

पंकज नागपाल, हासी : उपमंडल के गांव मुजादपुर के लिंगानुपात का आंकड़ा सामने आने के बाद से बेचैन प्रशासन अभी कुछ संभलता, इससे पहले ही तीन और गांवों के बदतर लिंगानुपात सामने आने से प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ-पांव फूलने लगे हैं। जामनीखेड़ा गाव में मुजादपुर गाव से भी लिंगानुपात के बदतर हालात मिले है। जामनीखेड़ा में एक हजार लड़कों की अपेक्षा लड़कियों का अनुपात केवल 222 रह गया है। खेड़ा रागड़ान में लड़कियों का अनुपात 333 व बास खुर्द गाव में ये अनुपात 425 आ चुका है। लिंगानुपात के बिगड़ चुके आकड़े सामने आने के बाद हासी के एसडीएम मुकेश सोलंकी ने इन गावों में डयूटी पर तैनात एएनएम, जीएनएम व आगनवाड़ी वर्करों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है।

उधर मुजादपुर गाव के लोग अब भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा लिंगानुपात के जारी किये गए एक हजार लड़कों पर 273 लड़किया होने संबंधी आकड़ों को मानने के लिए तैयार नहीं है। गाव में मंगलवार को ग्रामीणों ने कहा कि ये आकड़े पूरी तरह गलत है और उनके गाव में अपने स्तर पर की गई जाच में लड़कियों का जन्म लड़कों की अपेक्षा ज्यादा हुआ है। गाव के लोगों की इस दलील पर एसडीएम मुकेश सोलंकी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के आकड़े सही है। यदि ग्रामीणों को कोई आपत्ति है तो उसकी जाच करवा देंगे।

मुजादपुर गाव के लिंगानुपात के आकड़े सामने आने के बाद मंगलवार को गाव में डयूटी पर तैनात एएनएम, जीएनएम व आगनवाड़ी वर्करों ने सुबह ही पहुच कर जारी आकड़ों पर समीक्षा करनी शुरू कर दी और बाल विकास परियोजना विभाग के आला अधिकारियों की कड़ी फटकार के बाद इन महिला कर्मियों को कड़ी हिदायतें देकर गाव में बेटी बचाओ को लेकर ग्रामीणों को जागरूक करने को कहा गया है।

गांवों में जागरूकता अभियान चलाने की तैयारी

उधर जामनीखेड़ा, खेड़ा रागड़ान व बास खुर्द में लिंगानुपात के बेहद चिंताजनक आकड़े सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन के माथे पर चिंता की लकीरें आ गई है। इन गावों में लिंगानुपात 50 प्रतिशत से भी कम होने पर ग्रामीणों को भ्रूण हत्या न करने व बेटियों की सुरक्षा हेतु जागरूक करने के लिए बड़ा अभियान चलाने की तैयारी में है।

गिरता लिंगानुपात गंभीर चिंता का विषय: एसडीएम

एसडीएम मुकेश सोलंकी ने कहा कि मुजादपुर गाव के लिंगानुपात के आकड़े चिंता का विषय है और इन आकड़ों की समीक्षा कर आगनवाड़ी वर्करों व बाल विकास परियोजना विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की बैठक कर उन्हे कड़े निर्देश दिये जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार व विभाग की ओर से लिंगानुपात बढ़ाने के लिए किसी भी तरह की योजना लागू करने के जो भी दिशा-निर्देश आएंगे, उनका सख्ती से पालन किया जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि वो बेटी को अभिशाप न समझें और किसी भी क्षेत्र में बेटिया अब बेटों से पीछे नहीं है। लोग स्वयं भी बेटे-बेटियों में फर्क न करने व भ्रूण हत्या न करने के प्रति समाज में जागरूकता लाने का काम करे।


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