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बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के लिए प्रेरणा जरूरी : सहारण

संवाद सहयोगी, बाढड़ा: बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में शामिल होकर हर महिला अपने जीवन को गौरवान्वित

By Edited By: Published: Wed, 01 Jul 2015 10:18 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jul 2015 10:18 PM (IST)
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के लिए प्रेरणा जरूरी : सहारण

संवाद सहयोगी, बाढड़ा:

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बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में शामिल होकर हर महिला अपने जीवन को गौरवान्वित महसूस करेगी। इसलिए आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व आशा वर्करों को समाज हित में आगे बढ़कर चेतना जगानी चाहिए। यह बात सीडीपीओ गीता सहारण ने बुधवार को बीडीपीओ कार्यालय में आयोजित दो दिवसीय बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ खंड स्तरीय जागरुकता प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रत्येक माता के पेट में पल रही कन्या के जीवन पर संकट के लिए गाव व कई छोटे कस्बों में झोलाछाप चिकित्सकों का लालच ज्यादा जिम्मेदार है। बेटी घर की शान होती है लेकिन पुरुष प्रधान समाज की सोच आज महिलाओं पर भी हावी हो रही है। हमें अपनी बेटियों को बचाने के लिए समाज की पुरानी परंपराओं को तोड़ कर एक सुशिक्षित समाज का गठन करना चाहिए। प्रत्येक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व आशा वर्कर अपने संबंधित क्षेत्र में पूरी जागरुकता से काम करे और समाज में कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ अभियान में जुट जाए। उन्होंने कहा कि समाज की नींव महिला वर्ग पर टिकी है लेकिन आज घटते लिंगानुपात ने समाज की कल्पना पर प्रश्रन्चिन्ह खड़ा कर दिया है। आशा वर्करों व आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को इसमें सबसे अधिक भागीदारी करते हुए गर्भवती माताओं को कन्या के सुरक्षित जन्म के लिए प्रेरणा पैदा करनी चाहिए। इस अवसर पर अनिता श्योराण, मनीता खुराना, स्टाफ नर्स सुषमा श्योराण, कविता देवी, सुपरवाईजर अनिता, सुशीला देवी काकड़ौली, अनिता श्योराण, कुलदीप सिंह, नरेश कुमार, शीला, रेखा चादौलिया, विशाल, राजेश मौजूद थे।


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