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काग्रेस-सीबीआइ की मिलीभगत हुई साबित : दुष्यंत

By Edited By: Published: Fri, 05 Sep 2014 01:00 AM (IST)Updated: Fri, 05 Sep 2014 01:00 AM (IST)
काग्रेस-सीबीआइ की मिलीभगत हुई साबित : दुष्यंत

जासं, हिसार : सासद दुष्यंत चौटाला ने मीडिया में आई रिपोर्ट के बाद अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि कांग्रेस व सीबीआइ की मिलीभगत साबित हो गई है। इनेलो शुरू से ही यह कहती आ रही है कि पार्टी प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला, पार्टी महासचिव डॉ. अजय सिंह चौटाला व विधायक शेर सिंह बड़शामी को काग्रेस ने सीबीआइ के साथ साजिश रचकर जेल भेजा है। सीबीआइ प्रमुख के आवास पर मिलने के लिए आने वालों का रिकार्ड रखने के लिए रखी विजिटर बुक में स्पष्ट दर्ज है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा वर्ष 2013 में सीबीआइ प्रमुख से उनके आवास पर एक बार नहीं दो बार मिलने गए थे। इससे प्रमाणित हो गया है कि इनेलो नेताओं को जेल भिजवाने के पीछे सीएम हुड्डा की अहम भूमिका है।

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सासद ने कहा कि सीबीआइ प्रमुख की सीएम हुड्डा की यह मुलाकात पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित थी। उनका मकसद इनेलो नेताओं को हर कीमत पर जेल भिजवाना था। उन्होंने कहा कि सीएम हुड्डा ने यह सारा षडयंत्र यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गाधी के दामाद राबर्ट वाड्रा तथा अपनी कुर्सी बचाने के लिए किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को आभास हो गया था कि प्रदेश में इनेलो तेजी से उभर रही है और उनका जनाधार लगातार मजबूत हो रहा है। सीएम हुड़्डा को यह डर भी सता रहा था कि इनेलो के सत्ता में आने के बाद जमीन घोटालों का पर्दाफाश होगा। न केवल राबर्ट वाड्रा को बल्कि उन्हे भी जेल की हवा खानी पड़ेगी। हुड्डा की इस कुटिल चाल का खामियाजा लोकसभा में भुगतना पड़ा और काग्रेस नौ से केवल एक सीट पर सिमट गई। विधानसभा चुनाव में भी हु्ड्डा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।


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