पेटवाड़ तपा को मनाने की कोशिश आज फिर
संवाद सूत्र, नारनौंद : सतरोल खाप द्वारा लिए गए ऐतिहासिक फैसले को लेकर पेटवाड़ तपे के लोगों का विरोध थम नहीं रहा है। विरोध की इस बयार को थामने के लिए सतरोल खाप के प्रधान इन्द्र सिंह ने बृहस्पतिवार 24 अप्रैल को नारनौंद में एक बार फिर से महापंचायत बुलाई है। इसमें क्या फैसला लिया जाएगा इसे अभी तक गोपनीय रखा गया है।
सतरोल खाप के प्रधान इन्द्र सिंह ने बताया कि पेटवाड़ तपे के कुछ लोग खाप के द्वारा लिए गए फैसले का विरोध कर रहे है। यह फैसला शुरू में उगालन तपा, पेटवाड़ तपा, नारनौंद तपा और बास तपा के मौजिज लोगों की राय से ही होना था लेकिन 20 अप्रैल को महापंचायत में पेटवाड़ तपे के कुछ लोगों ने एन वक्त पर विरोध करना शुरू कर दिया। यही नहीं वे महापंचायत से उठकर चले गए थे। खाप के इस ऐतिहासिक फैसले को पूरे देश ने सराहा और देशभर की खापों से हमें समर्थन भी मिला। पेटवाड़ तपे के लोगों ने मंगलवार को पंचायत कर सतरोल खाप की कार्यकारिणी को अपने आप ही भंग कर दिया जबकि उन्हे कार्यकारिणी को भंग करने का कोई अधिकार ही नहीं है। खाप के द्वारा लिए गए फैसले के समर्थन में आज भी तीन तपे मजबूती के साथ खड़े है और 24 अप्रैल को नारनौंद की चौपाल में सतरोल खाप की एक बार फिर महापंचायत होगी और उस पंचायत में पेटवाड़ तपे के लोगों को मनाने के प्रयास किए जाएंगे। वहीं पेटवाड़ तपे के प्रधान रणधीर सिंह व फूल कुमार पेटवाड़ ने 24 अप्रैल को होने वाली सतरोल खाप की पंचायत में जाने से ही इन्कार कर दिया है। उनका कहना है कि पेटवाड़ तपे की जो 25 सदस्यों की कमेटी बनाई गई है वही आगे के फैसले लेगी। अगर सतरोल खाप को फिर से एक करना है तो इन सब फैसलों को वापस लिया जाए और नए सिरे से पूरी सतरोल खाप की एक कमेटी बनाकर खाप में आने वाले सभी 43 गाव में जाकर ग्रामीणों की राय लें और उसके बाद जो तस्वीर सामने आएगी वो फैसला हमें मंजूर होगा। अन्यथा पेटवाड़ तपे ने जो फैसला मंगलवार को लिया है वे उस पर कायम हैं। हम जल्द ही सतरोल खाप के सभी गाव में जाकर लोगों से इस फैसले को वापस लेने के लिए समर्थन प्राप्त करेंगे और सतरोल खाप के प्रधान का चुनाव भी जल्द ही करवा दिया जाएगा।