जाट कॉलेज में री-एडमिशन फीस बढ़ोतरी पर छात्रों का हंगामा
जागरण संवाददाता, हिसार : जाट कॉलेज में मंगलवार को विद्यार्थियों ने री-एडमिशन फीस 20 रुपये से पांच सौ रुपये कर देने पर जमकर हंगामा किया। कांग्रेस व हजकां छात्र संगठनों एवं विद्यार्थियों ने कक्षाओं का बहिष्कार कर कॉलेज में नारेबाजी। इस दौरान कॉलेज प्रबंधन ने विद्यार्थियों को शांत करने के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा जारी री-एडमिशन फीस संबंधी पत्र दिखाया मगर किसी ने उनकी नहीं सुनी। इस दौरान गुस्साये विद्यार्थियों ने कुछ गमले तोड़ डाले। सूचना मिलते ही मौके पर छात्राओं की सुरक्षा के लिए महिला की टीम पहुंच गई। बाद में विद्यार्थी नारेबाजी करते हुए कॉलेज से गेट से बाहर निकल गए।
कॉलेज प्राचार्य इंद्र सिंह लाखलान ने बताया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के अधीनस्थ महाविद्यालयों में री-एडमिशन फीस 20 रुपये से बढ़ाकर पांच सौ रुपये कर दी है। कारण, विद्यार्थी उक्त 20 रुपये शुल्क अदा कर पुन: दाखिला ले लेते थे और फिर से लेक्चर अटेंड नहीं करते थे। इसे ध्यान में रखते हुए इस बार री-एडमिशन फीस बढ़ाकर पांच सौ रुपये कर दी है ताकि विद्यार्थियों को सबक लगे और लेक्चर में उपस्थित रहें।
इस मांग पर अड़े विद्यार्थी
विद्यार्थियों का कहना है कि सिर्फ जाट कॉलेज में ही यह फीस वसूली जा रही है। अन्य कॉलेजों में ऐसा कोई पत्र नहीं आया है। न ही वहां फीस वसूली जा रही है। यह गरीब विद्यार्थियों से नाजायज वसूली है, जिसे छात्र संगठन बर्दाश्त नहीं करेगा।
नाम काटा, री-एडमिशन पर फीस
छात्र संगठनों ने बताया कि कॉलेज प्रशासन ने देरी से आने वाले छात्रों के नाम काटने के बाद री-एडमिशन फीस के रूप में पांच सौ रुपये वसूली करना शुरू कर दिया, जबकि पहले महज 20 रुपये शुल्क अदा करना होता था। सुबह के लेक्चर में अगर विद्यार्थी पांच-दस मिनट लेट हो जाए तो उसे लेक्चरार उनकी हाजिरी नहीं लगाते।
अब देर तो होगी
हजका के छात्र संगठन के पदाधिकारी रामनिवास बेनिवाल और काग्रेस के छात्र संगठन के सुनील बेनिवाल ने बताया कि कॉलेज के कुछ छात्र ऐसे गांव से आते है, जहा से रोडवेज की पहली बस आठ बजे चलती है। ऐसे में ये छात्र कॉलेज में सुबह सवा आठ बजे लगने वाली पहली कक्षा में देरी से पहुचते है और कॉलेज प्रशासन विद्यार्थियों की अनुपस्थिति लगाकर कुछ दिनों में उनका नाम काट देता है। प्रशासन कॉलेज में कटे नामों को वापस दाखिल करने के लिए उनसे 500 रुपये जुर्माना राशि के रूप में लेता है, जो गलत है।
विश्वविद्यालय के निर्देश हैं : प्राचार्य
जाट कॉलेज के प्राचार्य लाखलान ने बताया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के निर्देशों की पालना कर रहे हैं। जो छात्र छह दिन या 15 दिन कक्षा नहीं लगाते, उनके लेक्चर शॉर्ट होते हैं तो उनका नाम काट दिया जाता है। इस बार री-एडमिशन की फीस 20 रुपये से पांच सौ कर दी है। चुनावों के मद्देनजर छात्रों ने हंगामा किया है।