नियमित कनेक्शन वाले गांव में होगी एकमुश्त भुगतान योजना लागू
जागरण संवाद केंद्र, हिसार : बिजली निगम ने बकाया राशि निपटान की आकर्षक एकमुश्त भुगतान योजना में संशोधन किया है। यह योजना उन गांवों के ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध होगी जहा 80 प्रतिशत घरों में नियमित बिजली कनेक्शन है। बिजली बिल माफी योजना 2005 का लाभ तथा 20 से 24 घटे बिजली आपूर्ति योजना की अतिरिक्त विशेषताएं होंगी।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत एक गांव को एक यूनिट माना गया है। कुल घरों में से 80 प्रतिशत घरों में नियमित बिजली कनेक्शन युक्त गावों में बकाया बिलों की राशि के निपटान के लिए एकमुश्त भुगतान योजना उपलब्ध होगी। गांवों में घरों की संख्या का निर्धारण 2011 की जनगणना के अनुसार किया जाएगा। कोई भी ग्रामीण घरेलू बकायादार उपभोक्ता जो 17 जून 2005 से मार्च-2013 के बीच के बकाया बिलों को 40 यूनिट प्रतिमास प्रति किलोवाट व 2.98 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिना कोई सरचार्ज व ईधन अधिभार समायोजन (एफएसए) के चुकता कर सकता है। एक अप्रैल 2013 से अब तक के बिलों का भुगतान अधिभार सहित करना होगा। उनके मीटरों को घरों से बाहर स्थापित किया जाएगा। इस योजना के तहत एक किलोवाट लोड वाले उपभोक्ता को प्रतिवर्ष मात्र 1426 रूपये अदा करने होंगे।
2850 करोड़ रुपये गांव पर बकाया
ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं द्वारा पिछले कई सालो से बिलों की अदायगी न करने से उनके विरुद्ध 2850 करोड़ रुपये की बकाया राशि लंबित हैं जिसमें बड़ा हिस्सा समय पर बिलों की अदायगी न होने के कारण लगने वाला सरचार्ज है। यदि सभी बकायादार उपभोक्ता योजना अपनाते है तो उन्हे लगभग 700 करोड़ रुपये ही अदा करने होंगे, शेष राशि माफ हो जाएगी। प्रदेश में 31 मार्च 2013 तक ऐसे उपभोक्ताओं की कुल संख्या 10.50 लाख थी।
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