सामने आने लगा प्रॉपर्टी टैक्स के नाम पर हुआ खेल
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : विभागीय मंत्री का डंडा चला तो प्रॉपर्टी टैक्स बचाने के लिए नगर ि
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : विभागीय मंत्री का डंडा चला तो प्रॉपर्टी टैक्स बचाने के लिए नगर निगम में हुए खेल से पर्दा धीरे-धीरे हटने लगा है। निगम अधिकारी खुद कई सालों से चल रहे खेल को हेराफेरी मान पुलिस को शिकायत दे रहे हैं। पुलिस पहले पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर चुकी है। सोमवार की शाम भी डीएलएफ फेज टू थाने में छह प्रॉपर्टी मालिकों के मामला दर्ज हुए हैं। आरोप हैं कि सभी ने रिकॉर्ड में हेर-फेर कर राजस्व का नुकसान पहुंचाया। इमारत के प्रयोग के अनुसार व्यवसायिक टैक्स जमा करने के बजाय रिहायशी इमारत दिखा टैक्स जमा किया। शिकायत नगर निगम के क्षेत्रीय कराधान अधिकारी तृतीय की ओर से दी गई थी।
बता दें कि छह जुलाई की रात बिजली-पानी की मांग करने पर डीएलएफ फेस तीन स्थित एक पीजी (पेइंग गेस्ट) की चौथी मंजिल से युवक को धक्का देकर मार दिया गया था। दैनिक जागरण ने मूल खबर के साथ-साथ यह भी प्रकाशित किया था कि पीजी संचालकों पर मेहरबान रहने वाले नगर निगम के कुछ अधिकारियों ने अपनी सर्वे रिपोर्ट में छह मंजिला इमारत की जगह एक छोटी सी दुकान और भू-मंजिल पर केवल 4500 वर्ग फीट एरिया को रहने के लिए उपयोग करने के लिए दिखा रखा था। सर्वे भी एक बार नहीं दो बार हुआ था। पहला सर्वे वर्ष 2012 में फिर वर्ष 2015 में किया गया था। दोनों ही सर्वे करने वाली टीम व निगरानी करने वाले अधिकारियों को एक हजार गज में बनी छह मंजिला इमारत नजर नहीं आई थी। अगर आती तो सरकार को प्रॉपर्टी टैक्स के नाम पर लाखों कर राजस्व मिलता और शायद युवक की हत्या भी नहीं होती। दैनिक जागरण ने आइना दिखाया तो निगमायुक्त वी उमाशंकर ने विभागीय जांच शुरू करा दी थी। कई कर्मचारियों को नोटिस भी दिए गए थे।
मंत्री ने लिया संज्ञान
दैनिक जागरण में छपी खबर को शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन ने संज्ञान में लेकर जांच के आदेश दिए तो प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने में हुई हेराफेरी सामने आने लगी। चार दिन पहले चार लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज हुई। सोमवार की शाम रानी यादव निवासी गुलमोहर मार्ग डीएलएफ, कृष्ण गोपाल छाबड़ा, मानिक गंभीर जकरंदा मार्ग, पुलकित कुमार तथा दिनेश गुप्ता व अन्य के खिलाफ रिकार्ड में हेरफेर का टैक्स बचाने के आरोप के तहत मामला दर्ज किया गया।
दलालों व निगम कर्मियों ने मिलकर खेला खेल
प्रॉपर्टी मालकों ने टैक्स बचाने के लिए प्रयास किए लेकिन इस खेल में कई दलाल व निगम के कुछ कर्मी भी शामिल रहे हैं। पुलिस उन तक पहुंचेगी तो वे बेनकाब हो जाएंगे। डीसीपी (ईस्ट ) दीपक सहारण ने कहा मामले की गहराई तक जाकर जांच होगी। जो भी दोषी होगा, उसे छोड़ा नही जाएगा।