सेक्टर 21 मार्केट में युवती की गोली मारकर हत्या
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : पुलिस से बेखौफ बदमाशों ने सेक्टर 21 की हुडा मार्केट में एक युवती (20) क
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : पुलिस से बेखौफ बदमाशों ने सेक्टर 21 की हुडा मार्केट में एक युवती (20) की गोली मारकर हत्या कर दी। युवती गुंजन मार्केट में ही खुली पंतजलि उत्पाद बेचने वाली शॉप में कार्यरत थी। सोमवार रात करीब साढ़े नौ बजे वह ड्यूटी से घर जा रही थी। शॉप से बाहर निकलते ही वहां पर खड़े एक युवक ने सीने के पास रिवाल्वर सटा ताबड़तोड़ दो गोलियां चला दीं। गोलियां लगते ही युवती गिरकर बेहोश हो गई। गोली की आवाज सुन मार्केट के लोग पहले तो सन्न रह गए पर कुछ ही पल बाद लोग घटनास्थल की ओर बढ़े तो हमलावर युवक पहले से बाइक स्टार्ट किए खड़े साथी के साथ चंपत हो गया।
सनसनीखेज वारदात की खबर पुलिस को लगी तो थाना पालम विहार थाने से पुलिस कर्मी पहुंचे। मरणासन्न हालत में गुंजन को पालम विहार स्थित कोलंबिया अस्पताल में लाया गया। मगर एक घंटे बाद गुंजन को मृत घोषित कर दिया गया। गुंजन का परिवार मूल रूप से यूपी के अंबेडकर नगर जिला के गांव कमलापुर का रहने वाला है। गुंजन का पिता चंद्रभान कई साल से गुरुग्राम में रह रहा है। उसका शंकर विहार कालोनी में अपना मकान है। बीए तक पढ़ाई करने के बाद गुंजन ने छह माह पहले ही नौकरी शुरू की थी। परिजनों ने झज्जर निवासी एक युवक का नाम लिया है। पुलिस उसकी तलाश में जुट गई है। बताते हैं कि युवक गुंजन के रास्ते में पहले भी कई बार आया था, लेकिन उसे फटकार मिली थी। घटनास्थल पर पहुंचे एसीपी क्राइम संजीव बल्हारा ने बताया हर पहलू से जांच की जा रही है। वहीं इस वारदात के बाद सेक्टर के दुकानदार खुद को सुरक्षित नहीं मान रहे हैं। यहां पहले भी एक हत्या हो चुकी है। सोमवार देर शाम मार्केट में सुरक्षा के नाम पर कुछ भी नहीं था। मार्केट में दो पुलिस कर्मियों की ड्यूटी पहले लगाई जाती थी लेकिन काफी दिनों से वह भी नजर नही आते हैं। पुलिस कर्मी होते तो कातिल आसानी से नहीं भाग जाता।
लाडो की हत्या सुन मां ने होश खोया
घटना की सूचना पाकर अस्पताल रोते-बिलखते अस्पताल पहुंची गुंजन की मां उमा को पहले आशा थी की बेटी बच जाएगी। लेकिन आइसीयू से निकल डाक्टर ने जैसे ही बताया कि गुंजन इस दुनिया में नहीं रही उमा ने आपा खो दिया। वह पांच मिनट तक रोती रही फिर बेहोश हो गई। करीब पांच मिनट बाद वह होश में आई पर फिर बेहोश गई। आधे घंटे के अंतराल में चार बार बेहोश हुई। मां बिलख-बिलख यही कह रही थी कि मेरी बेटी की जान लेने वाले को फांसी पर लटका दिया जाए। मेरी फूल सी बच्ची की जान ले ली गई।