खेड़कीदौला टोल प्लाजा हटाने को सभी पक्ष तैयार
आदित्य राज, गुरुग्राम ट्रैफिक जाम के प्रतीक व आइएमटी मानेसर के विकास में बाधा बने खेड़कीदौला टोल
आदित्य राज, गुरुग्राम
ट्रैफिक जाम के प्रतीक व आइएमटी मानेसर के विकास में बाधा बने खेड़कीदौला टोल प्लाजा को हटाने के लिए प्रदेश सरकार, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) एवं टोल संचालन कंपनी मिलेनियम सिटी एक्सप्रेस-वे प्राइवेट लिमिटेड (एमसीईपीएल) के बीच सहमति बनती दिखाई दे रही है। अब तीनों के बीच पैसे को लेकर बात बननी है। टोल संचालन कंपनी स्पष्ट कर चुकी है कि यदि बैंकों का कर्ज उसे मिल जाए तो टोल प्लाजा अपने आप ही खत्म हो जाएगा। कंपनी का दावा है कि उसके ऊपर कर्ज 1870 करोड़ रुपये से अधिक है।
दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे स्थित खेड़कीदौला टोल प्लाजा को शुरू से ही आइएमटी मानेसर के विकास में बाधा माना जा रहा है। इसके पीछे मुख्य वजह है कि प्रतिदिन सुबह से लेकर देर शाम तक टोल के दोनों तरफ जाम की समस्या रहती है। शनिवार एवं रविवार को भी ट्रैफिक का दबाव कम नहीं दिखता है। इस वजह से मानेसर इलाके में निवेश की रफ्तार काफी धीमी हो चुकी है। माना जा रहा है कि ट्रैफिक जाम को देखते हुए निवेशक निवेश करने से कतराने लगे हैं। इलाके के उद्यमी से लेकर आम लोग टोल प्लाजा हटाने की मांग कर रहे हैं। लोगों की मांग के अनुरूप दैनिक जागरण लगातार हटाना है टोल प्लाजा नाम से अभियान चला रहा है। अब उम्मीद की किरण दिखाई देने लगी है। सूत्र बताते हैं कि सभी पक्ष खेड़कीदौला से टोल प्लाजा हटाने को लेकर राजी हो चुके हैं। यह भी लगभग तय हो चुका है कि टोल को खेड़कीदौला की जगह पंचगांव के नजदीक केएमपी से पहले टोल प्लाजा बनाया जाएगा। इसका संचालन एनएचएआइ द्वारा कराया जाएगा। खेड़कीदौला टोल संचालन कंपनी को पैसे देने के बाद उसका रोल समाप्त हो जाएगा। कुल मिलाकर बात पैसे को लेकर अटक रही है। यह निर्णय नहीं हो पा रहा है कि आखिर टोल संचालन कंपनी के कर्ज में से प्रदेश सरकार कितनी राशि देगी और एनएचएआइ कितना देगा। चर्चा है कि कंपनी कुछ कम राशि लेकर भी अपनी जिम्मेदारी छोड़ने को तैयार है।
छह महीने के भीतर हट सकता है टोल
बताया जाता है कि अगले छह महीने के भीतर पंचगांव के नजदीक टोल प्लाजा के निर्माण का कार्य पूरा किया जा सकता है। निर्माण कार्य पूरा होते ही खेड़कीदौला टोल प्लाजा हटा दिया जाएगा। बता दें कि एक्सप्रेस-वे के निर्माण के बाद एक्सप्रेस-वे के रखरखाव से लेकर टोल संचालन करने की जिम्मेदारी डीएस कंस्ट्रक्शन के पास थी। इससे जिम्मेदारी लेने के बाद मिलेनियम सिटी एक्सप्रेस-वे प्राइवेट लिमिटेड को जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह कंपनी 14 मार्च 2014 से टोल संचालन कर रही है।
नगर निगम इलाके में टोल वसूली नहीं होनी चाहिए थी। नियमों के विपरीत खेड़कीदौला टोल प्लाजा बनाया गया। इसे हटाने के लिए प्रदेश सरकार हर स्तर पर प्रयास कर रही है। मैंने अपने स्तर पर भी इस बारे में कई बार केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से बात की है। इसे पंचगांव के नजदीक केएमपी से पहले ले जाया जाएगा। जल्द ही लोगों को सुखद समाचार प्राप्त होगा।
- राव नरबीर ¨सह, लोक निर्माण मंत्री, हरियाणा सरकार